पटना में हाईवे पर खू’नी खेल, फिल्मी अंदाज में डबल म’र्डर, बाइपास पर जाम में फंसी कार, बरसाईं गो”लियां

पटना में बीच हाईवे पर खूनी खेल:फिल्मी अंदाज में डबल मर्डर… बाइपास पर जाम में फंसी कार को घेर कर बरसाईं गोलियां :

अपराधी अभिषेक सिन्हा उर्फ मस्तू और उसके कारोबारी साथी सुनील कुमार को बाइक सवार अपराधियों ने शनिवार देर शाम NH-30 पर धर्मकांटा के पास कार रोक कर गोलियों से भून डाला। कार में पीछे की सीट पर बैठी महिलाएं व बच्चे बाल-बाल बचे। बीच सड़क पर दो लाशें गिराने के बाद अपराधी आराम से बाइक पर सवार होकर भाग निकले। मौके पर सिटी एसपी जीतेंद्र कुमार मामले की छानबीन के लिए पहुंचे। सिटी एसपी का कहना है, ‘पुरानी दुश्मनी और जमीन के विवाद लेकर हत्या की आशंका है।’

जाम के बीच अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग से अफरातफरी मच गई। वाहन चालक जैसे-तैसे गिरते-पड़ते जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। कुछ देर के बाद स्पष्ट हुआ कि बाइक सवार अपराधियों ने कार सवार दो लोगों की हत्या कर दी है। मृतक की पहचान चौक थाना क्षेत्र के जंगली प्रसाद निवासी रणधीर वर्मा के पुत्र 40 वर्षीय अभिषेक सिन्हा उर्फ मस्तू और बाग साधो राम मोहल्ला निवासी विष्णुनंदन प्रसाद के पुत्र सुनील कुमार के रूप में हुई। सुनील की बाकरगंज में मोबाइल दुकान है। कार में चालक सीट पर सुनील, जबकि बगल की सीट पर मस्तू बैठा था।

खरीदारी करने निकला था सुनील

मृतक सुनील की पत्नी आभा निशा ने बताया, ‘कार जाम की वजह से आगे नहीं निकल पा रही थी। उसी दौरान बाइक सवार एक अपराधी पास आया। एक धमाका हुआ। अपराधी ने कई गोलियां मस्तू के शरीर में उतार दीं। सुनील हस्तक्षेप करने के लिए जैसे ही आगे बढ़ा अपराधियों ने उसे भी गोलियों से भून डाला।’

कार की पिछली सीट पर सुनील की पत्नी आभा निशा अपनी बच्ची और ननद अपने बच्चे के साथ बैठी थी। सुनील परिवार को लेकर खरीदारी करने के लिए निकला था। दोनों के शरीर में अपराधियों ने एक दर्जन से अधिक गोलियां दागी हैं। महिला ने बताया कि घटना के बाद कई लोगों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। ई-रिक्शा वाले की मदद से दोनों को अस्पताल लेकर पहुंची। बाद में पुलिस भी आई।

पत्नी ने कहा था- मस्तू से अलग रहो

पत्नी ने बताया कि सुनील को कई दफे कहा था कि मस्तू का साथ छोड़ दो, लेकिन नहीं मान रहा था। बताया कि पति सुनील ने अचानक शाम 5:30 बजे बोला कि चलो तैयार हो जाओ। बाजार खरीदारी के लिए चलना है। रास्ते में राजेंद्रनगर स्टेशन मस्तू को भी छोड़ना है। पत्नी ने इस बात का विरोध किया कि उसे साथ क्यों ले रहे हैं? लेकिन वे नहीं माने और मस्तू को कार में बिठा लिया।

सिटी एसपी पूर्वी जितेंद्र कुमार ने बताया, ‘अभिषेक कुमार उर्फ मस्तू विभिन्न कांडों में शामिल था। वैशाली स्थित गांधी सेतु पर दिसंबर 2018 में बहुचर्चित गुंजन खेमका हत्याकांड में पुलिस ने इसे हिरासत में लिया था। इसके साथ ही कारोबारी संतोष टेकरीवाल की हत्या में इससे पूछताछ हुई थी। पुलिस आंकड़ों के अनुसार, 2003 में पीएनटी कॉलोनी में इसे गोली लगी थी।’

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