लखनऊ – उत्तर प्रदेश में गर्मी और सूखे मौसम से परेशान लोगों के लिए राहत की खबर आई है। 18 जून को प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून की आधिकारिक दस्तक हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार, 19 जून से पूरे उत्तर प्रदेश में तेज बारिश, गरज और बिजली के साथ आंधी आने की संभावना है।
मानसून की देरी लेकिन अब तेजी से बढ़ेगा आगे
आमतौर पर मानसून 13 जून तक यूपी में पहुंच जाता है, लेकिन इस बार यह 5 दिन की देरी से 18 जून को पहुंचा। मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि अगले 2 से 3 दिनों में मानसून प्रदेश के और हिस्सों में तेजी से फैल सकता है।
बुधवार को सोनभद्र, बलिया, मऊ और गाज़ीपुर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। इससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली।
19 जून से 22 जून तक भारी बारिश का अलर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के पास बना एक कम दबाव का क्षेत्र (low-pressure area) अब पश्चिम और उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है। इस सिस्टम के कारण 19 जून से प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश, गरज और बिजली गिरने की संभावना है।
“19 से 22 जून के बीच राज्य के अलग-अलग इलाकों में कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश हो सकती है,” – अतुल कुमार सिंह, IMD
प्रदेश के हर कोने में पहुंचेगा मानसून
मौसम विभाग के मुताबिक, 30 जून तक मानसून पूरे उत्तर प्रदेश को कवर कर लेगा। इसका मतलब है कि अगले दो हफ्तों में यूपी के ज़्यादातर हिस्सों में बारिश का दौर शुरू हो जाएगा।
इसे भी पढे:Monsoon News: भारी बारिश और आकाशीय बिजली ने देशभर में ली 25 से ज़्यादा लोगों की जान, कई घायल
बिहार में भी मानसून ने दी दस्तक
उत्तर प्रदेश के साथ-साथ बिहार में भी अच्छी खबर है। मौसम विभाग ने बताया कि भागलपुर सहित पूर्वी बिहार के कई इलाकों में मानसून पहुंच चुका है। इससे वहां भी तेज गर्मी और उमस से राहत मिली है।
क्या करें किसान और आम लोग?
- किसान भाई अब धान की बुवाई की तैयारी शुरू कर सकते हैं।
- बारिश के समय बिजली गिरने की संभावना रहती है, इसलिए खुले में न रहें।
- आंधी-तूफान से बचने के लिए कमजोर छतों और पेड़ों के नीचे खड़ा न हों।
- घर के आस-पास पानी जमा न होने दें, मच्छरों से बचाव करें।
निष्कर्ष:
लंबे इंतजार के बाद उत्तर प्रदेश में मानसून की शुरुआत हो चुकी है। अगले कुछ दिनों में पूरे प्रदेश में बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा। आम लोगों और किसानों दोनों के लिए यह बड़ी राहत की बात है।