भाजपा नेता अरूण जेटली की फिर बि’गड़ी त’बियत, कुछ ही देर में AIIMS जाएंगे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
भाजपा नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली की तबियत एक बार फिर से बिगड़ने लगी है। डाक्टर की टीम उनका इलाज कर रही है। इसी बीच खबर आ रही है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोबिंद आज जेटली से मिलने एम्स जाएंगे।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की एक बार फिर हालत बि’गड़ने लगी है। उनसे मिलने के लिए देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उनका हाल लेने शुक्रवार को एम्स पहुंचेगे। राष्ट्रपति के 12 बजे तक एम्स पहुंचने की उम्मीद है। सांस लेने में तकलीफ के कारण जेटली को 9 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था। जेटली का अस्पताल के आईसीयू में इलाज चल रहा है। इससे पहले शनिवार को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने जेटली से मिलने के लिए एम्स का दौरा किया था और डॉक्टरों द्वारा सूचित किया गया था कि भाजपा नेता इलाज का जवाब दे रहे हैं।
Delhi: President Ram Nath Kovind to visit Former Finance Minister and BJP leader, Arun Jaitely who is admitted at All India Institute of Medical Sciences (AIIMS), today. He was admitted to AIIMS on 9th August due to breathing problems. (file pics) pic.twitter.com/690EQEetb6
— ANI (@ANI) August 16, 2019
9 अगस्त को भर्ती होने के तुरंत बाद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ। मोदी-शाह के अलावा स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी एम्स पहुंचकर जेटली का हाल-चाल लिया। किडनी संबंधी बीमारी से ग्रसित अरुण जेटली का पिछले साल मई में किडनी प्रत्यारोपण हुआ था। किडनी के साथ-साथ जेटली कैंसर से भी जूझ रहे हैं। उनके बायें पैर में सॉफ्ट टिशू कैंसर हो गया है जिसकी सर्जरी के लिए जेटली इसी साल जनवरी में अमेरिका भी गए थे। वो सितंबर 2014 में डायबिटीज मैनेज के लिए गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी करा चुके हैं। इसके अलावा वो साल 2005 में हार्ट सर्जरी भी करा चुके हैं।
पिछले काफी समय से अरुण जेटली अस्वस्थ चल रहे हैं और इसी वजह से दूसरी मोदी सरकार की कैबिनेट में शामिल होने से उन्होंने इनकार कर दिया था। अरुण जेटली ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर मंत्रिमंडल में शामिल होने से मना कर दिया था। अरुण जेटली ने ट्विटर पर चिट्ठी को शेयर करते हुए लिखा था, ‘पिछले 18 महीने से मैं बीमार हूं। मेरी तबीयत खराब है, इसलिए मुझे मंत्री न बनाने पर विचार करें।’ 30 मई को पीएम मोदी और उनके मंत्रिमंडल शपथ ली थी।