जान जोखिम में डाल बस से सफर कर रहें हैं बिहार के लोग, कानून का उल्लंघन कर रहे हैं वाहन मालिक

दूसरे दिन शहर से 75 बसें खुलीं नियम का नहीं किया पालन, बस स्टैंडाें पर अब तक नहीं हाे पाई है मजिस्ट्रेट की तैनाती

बसों पर चढ़ने से पूर्व न तो सैनिटाइजर का प्रयोग हो रहा है और न ही यात्री मास्क पहन रहे हैं : बसों के परिचालन शुरू होने के दूसरे दिन शहर के बस स्टैंडाें पर यात्रियों की संख्या बढ़ गयी। सरकारी व निजी स्टैंड से बुधवार को 75 से अधिक बस रवाना हुई। लेकिन मजिस्ट्रेट की तैनाती नहीं होने से काेराेना की गाइडलाइन का पालन नहीं हाे रहा है।

यात्री भी बेपरवाह दिख रहे हैं। बसों पर चढ़ने से पूर्व न तो सैनिटाइजर का प्रयोग हो रहा है और न ही यात्री मास्क पहन रहे हैं। टिकट काउंटर पर भी भीड़ लग रही है। हालांकि पथ परिवहन निगम के प्रभारी क्षेत्रीय प्रबंधक रामनारायण दुबे ने बताया कि सभी बसों को सैनिटाइज करने के बाद ही रवाना किया जा रहा है। चालक व कंडक्टर को मास्क पहनने व सैनिटाइजर रखने का निर्देश दिया है।

डिक्सन मोड़ बस स्टैंड से रात में भी खुल रही बस : तिलकामांझी के सरकारी बस स्टैंड से मंगलवार को 13 बसों का परिचालन हुआ था जो बुधवार को बढ़कर 25 हो गया। यहां से पटना के लिए तीन बस गयी। इसके अलावा तारापुर, पूर्णिया, बेगूसराय, कटिहार और अन्य जगहों के लिए बस खुली। निजी बस स्टैंड से बुधवार को 50 से ज्यादा बस खुली। डिक्सन मोड़ स्थित निजी बस स्टैंड से रात्रि सेवा में भी बसों का परिचालन किया गया।

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