दिल्ली में रह रहे बिहारी मजदूरों का अपमान, बिहार सरकार ने ना ट्रेन किराया दिया ना कोई जवाब

लॉकडॉउन के दौरान रविवार को दक्षिणी दिल्ली के विभिन्न इलाकों से करीब 1200 प्रवासी मजदूरों को लेकर तीसरी विशेष श्रमिक ट्रेन मुजफ्फरपुर भेजी गई। यहां हैरानी की बात है कि इन लोगों को ले जाने के लिए बिहार सरकार ने किराया नहीं दिया। चूंकि किराये के लिए रेलवे को पहले भुगतान करना था। बिहार सरकार से संपर्क किया गया, मगर बिहार सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया।

वहीं, इसके बाद जिला प्रशासन ने उन कंपनियों पर दबाव बनाया जिन कंपनियां में ये मजदूर काम कर रहे थे। जिला प्रशासन ने इन कंपनियों से मजदूर के लिए ट्रेन के टिकट खरीदवाये। तब मजदूरों को भेजा जा सका। रविवार शाम को चार बजे शटल बसों में बैठाकर इन मजदूरों को दक्षिणी दिल्ली से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन ये जाया गया। यहां पहुंचने के बाद सभी मजदूरों की पहले जांच की गई। उसके बाद उन्हें शारीरिक दूरी के साथ ट्रेन में बैठाया गया।

बिहार के कामगारों को लेकर रविवार को दूसरी विशेष ट्रेन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हुई। इसके पहले एक ट्रेन शुक्रवार को भी मुजफ्फरपुर रवाना हुई थी। लगभग 12 सौ लोगों को लेकर रविवार शाम 6.35 बजे रवाना हुई ट्रेन सोमवार दोपहर 12.35 बजे मुजफ्फरपुर पहुंचेगी।

इस मौके पर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव भी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मौजूद थे।दिल्ली से मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से रविवार को तीसरी विशेष ट्रेन रवाना हुई। सबसे पहले बृहस्पतिवार को मध्य प्रदेश के मजदूरों के लिए श्रमिक विशेष ट्रेन चली थी। उसके बाद शुक्रवार और रविवार को बिहार के मजदूरों के लिए विशेष ट्रेन रवाना की गई। दिल्ली परिवहन निगम की बसों में दोपहर से ही मजदूर स्टेशन पहुंचने लगे थे।

एक बस में अधिकतम 17 लोगों को लाया गया जिससे कि शारीरिक दूरी का पालन हो सके। इसी तरह से प्रत्येक स्लीपर कोच में 72 की जगह 54 यात्रियों को सफर करने की अनुमति दी गई। स्वास्थ्य प्रमाण पत्र व टिकट की जांच करने के बाद यात्रियों को उनका कोच नंबर बताकर निर्धारित स्थान पर बैठने की हिदायत दी गई। शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए बीच वाली सीट रिक्त रखी गई है। मजदूरों को भोजन के पैकेट व पानी की बोतल भी दी गई है।

सुरक्षा के लिए स्टेशन परिसर में काफी संख्या में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), राजकीय रेल पुलिस के जवान तैनात थे। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने रेलवे स्टेशन पर अधिकारियों से यात्रियों के खानपान, सुरक्षा आदि के बारे में जानकारी हासिल की। उन्होंने घर लौट रहे मजदूरों से भी बातचीत की और उन्हें संक्रमण रोकने के लिए सफर के दौरान मास्क लगाकर रखने व शारीरिक दूरी का पालन करने को कहा। इस मौके पर अन्य रेलवे अधिकारी भी मौजूद थे।

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