दो ‘बेवकूफ’ लोगों की गलती ने बिहार के 36 लोगों को कोरोना का मरीज बना दिया

मात्र दो लोगों की गलती ने बिहार के 36 लोगों को कोरोना का मरीज बना दिया। अगर इन लोगों ने विदेश से आने के बाद सचाई ना छिपाई होती तो ना सिर्फ इनके परिवार वाले बल्कि इन पड़ोस में रहने वाले लोग भी सुरक्षित होते और आज अपने-अपने घरों में रह रहे होते। जानकारों की माने तो इस मामले में जितना दोषी वह दो व्यक्ति है उतना ही दोष राज्य सरकार की भी है। आखिर जिस युवक को क्वारंटाइन करने को कहा गया उस पर कोई देख रेख क्यों नहीं किया गया।

सीवान के एक गांव में 21 मार्च काे ओमान के मस्कट से अाया युवक पहले खुद काेराेना का मरीज हाे गया है। फिर उसकी चपेट में 23 लाेग अा गए। यह बिहार का सबसे हाई रिस्क जाेन बन गया है। उसके मरीज बनने से पहले सीवान में चार ही केस अाया था जाे अब बढ़कर 29 हाे गया है। गांव अाने के बाद वह युवक लाेगाें से मिलता रहा। हालांकि उसका दावा है कि वह हाेम क्वारेंटाइन में था। मरीजों की बढ़ी तादाद की वजह से सीवान की सीमा काे सील कर दिया गया है। जिस पंचायत का वह युवक है, वहां पर पुलिस की भारी तैनाती कर दी गई है। सीवान में कमिश्नर व डीआईजी कैंप कर रहे हैं। यहां काेराेना के विस्फोट हाेने से सरकार और अधिकारियों की नींद उड़ गई है।

काेराेना से बचना है ताे घर में रहिए। साेशल डिस्टेंसिंग बनाए रहिए। मास्क लगा कर रहिए। डाॅक्टराें व प्रशासन का आदेश मानिए। बिहार में काेराेना मरीजों का आंकड़ा 60 पर पहुंच चुका है। मुंगेर में कतर से अाए चालक ने मुंगेर, पटना, लखीसराय से लेकर गया तक के अपने रिश्तेदाराें, अस्पताल के स्टाफ, एंबुलेंस चालक समेत 13 काे पाॅजिटिव बना दिया ताे सीवान में ओमान से अाए प्लंबर ने मां, पत्नी, भाई समेत 23 संबंधियों काे मरीज बना दिया। वहीं स्कॉटलैंड से अाने के बाद काेराेना पाॅजिटिव हुए फुलवारीशरीफ के युवक राहुल व नेपाल से अाने के बाद मरीज बनी दीघा की अनिथा विनाेद ने सावधानी बरती ताे किसी काे मरीज नहीं बनाया।

इधर, राज्य में शुक्रवार को कोरोना से पीड़ित दो नए मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दोनों ही सीवान के पंजवार गांव के हैं यानी ओमान के मस्कट चेन की कड़ी हैं। इस तरह सीवान में संक्रमितों की संख्या 27 से बढ़कर 29 हो गई है। इसमें रघुनाथपुर प्रखंड के पंजवार गांव के एक ही परिवार के 23 लोग शामिल हैं। 11 जिलों में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। सीवान कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया है। हालांकि यहां 4 मरीज ठीक भी हुए हैं। संख्या के मामले में दूसरे स्थान पर मुंगेर है, वहां कुल 7 पॉजिटिव मिले, जिसमें सैफ नाम के मरीज की मृत्यु हो गई और उसी के संपर्क में आकर 13 अन्य संक्रमित हुए। हालांकि इनमें से 6 कोरोना को हराने में सफल रहे। गया और बेगूसराय में 5-5 पॉजिटिव मरीज हैं। वहीं नालंदा में दो, सारण, लखीसराय,भागलपुर और नवादा में एक-एक मरीज संक्रमित हैं।

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