अभी-अभी: कांग्रेस को झटका, राहुल गांधी के बाद हरीश रावत ने दिया कांग्रेस महासचिव पद से इस्तीफा
PATNA: लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस पार्टी को मिली करारी हार के बाद पार्टी के अंदर इस्तीफों को दौर लगातार जारी है। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस को एक और झटका लगा है। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद अब पार्टी के एक और बड़े नेता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।असम के प्रभारी व उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कांग्रेस महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। हरीश रावत का कहना है कि असम में मिली हार की जिम्मेदारी लेते हुए मैं इस्तीफा दे रहा हूं।
एक दिन पहले जहां राहुल गांधी ने यह साफ किया कि वह अपना इस्तीफा दे चुके हैं और कांग्रेस कार्यसमिति को जल्द बैठक बुलाकर नए अध्यक्ष की नियुक्त करनी चाहिए।तो वहीं, इसके एक दिन बाद ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव हरीश रावत ने 2019 चुनाव में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देते हुए उन्होंने मांग की है कि राहुल गांधी को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहना चाहिए ताकि 2024 में बीजेपी का मुकाबला किया जा सके।
AICC General Secretary, Harish Rawat has tendered his resignation from his post, taking the responsibility of party's defeat in 2019 elections. pic.twitter.com/0ZRSRT4BmF
— ANI (@ANI) July 4, 2019
हरीश रावत ने अपनी पोस्ट में लिखा है, ‘लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार और संगठनात्मक कमज़ोरी के लिए हम पदाधिकारीगण उत्तरदायी हैं। असम में पार्टी अपेक्षित स्तर का प्रदर्शन न कर पाने के लिए प्रभारी के रूप में मैं उत्तरदायी हूं। मैंने अपनी कमी को स्वीकारते हुए अपने महामंत्री के पद से पूर्व में ही त्यागपत्र दे दिया है।’ उन्होंने आगे लिखा है, ‘पार्टी के लिए समर्पित भाव से काम करने के लिए मेरी स्थिति के लोगों के लिए पद आवश्यक नहीं है लेकिन प्रेरणा देने वाला नेता आवश्यक है। प्रेरणा देने की क्षमता केवल श्री राहुल गांधी जी में है, उनके हाथ में बागडोर रहे तो यह संभव है कि हम 2022 में राज्यों में हो रहे चुनाव में वर्तमान स्थिति को बदल सकते हैं और 2024 में भाजपा और श्री नरेंद्र मोदी को परास्त कर सकते हैं। इसलिए लोकतांत्रिक शक्तियां व सभी कांग्रेसजन श्री राहुल जी को कांग्रेस अध्यक्ष देखना चाहते हैं।
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 303 सीटें जीती थी। जबकि, एनडीए की कुल सीटों की संख्या 353 है। तो वहीं, कांग्रेस सिर्फ 52 सीट पर सिमट कर रही गई जबकि लोकसभा में यूपीए के सीटों का आंकड़ा 91 रह गया।