बिहार में जमीन का सर्वे शुरू, काम के मामले में बेगूसराय बना नंबर 1, जिलेवार रैंकिंग जारी

पटना : नौ साल की तैयारी के बाद शुरू भूमि सर्वेक्षण में भी अफससों की सुस्ती खत्म नहीं हो रही है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की टीम सर्वे की तैयारी की जांच के लिए आठ जिलों में गई थी। टीम की राय कि अधिसंख्य जिलों की तैयारी आधी-अधघूरी है। रिपोर्ट के आधार पर विभाग ने कमजोर जिलों को नी भी दी है।

राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल का गृह जिला बांका इस मोर्चे पर भी पिछड़ गया है। जिलों की रैंकिंग में बांका 19वें नंबर पर है। भूमि सर्वेक्षण दो चरणों में हो रहा है। पहले चरण में 20 जिले शामिल किए गए हैं। बाकी 8 जिलों में दूसरे चरण में सर्वेक्षण किया जाएगा। इसके लिए संविदा आधारित नियुक्तियां पूरी हो चुकी हैं। मुख्यालय के आठ सहायक बंदोबस्त पदाधिकारियों की टीम दो बार जिलों में गई।

पता चला कि सर्वेक्षण वाले जिले के कई गांवों में अब तक ग्राम सभा की बैठक नहीं बुलाई गई है। यह प्रारंभिक कार्य है। सर्वे के लिए भेजे गए कर्मियों के लिए शिविरों का निर्माण भी कई जिलों में नहीं किया गया है। कुछ शिविरों में शौचालय और स्नानागार की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि, सहायक बंदोबस्त पदाधिकारियों की टीम की रिपोर्ट के बाद जिलाधिकारियों को व्यवस्था में सुधार के लिए कहा गया। जिलों में सर्वे टीम के लीडर जिलाधिकारी ही होते हैं।

टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि पूर्णिया जिले में सर्वे के लिए तैनात कर्मचारियों को दूसरे काम में लगा दिया गया है। शिवहर, शेखपुरा और सुपौल के कामकाज की तारीफ की गई थी। फिलहाल, शुरुआती तैयारी के आधार पर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने जो रैंकिंग की है, उसमें बेहतर जिलों की सूची में बेगूसराय अव्वल है।

20 जिलों की रैंकिंग : बेगूसराय, शिवहर, खगड़िया, सुपौल, शेखपुरा, नालंदा, पूर्णिया, जमुई, लखीसराय, मधेपुरा, सहरसा, अररिया, पश्चिमी चंपारण, मुंगेर, कटिहार, किशनगंज, सीतामढ़ी, अखल, बांका और जहानाबाद।

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