मोदी सरकार का बड़ा फैसला, लेट हुई ट्रेन तो आपको मिलेगा मुआवजा

भारतीय रेलवे में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। ट्रेनों के लेट होने की खबर तो आप अक्‍सर सुनते रहते हैं या इस परेशानी से जूझते होंगे। मगर अब अगर आपकी ट्रेन लेट हुई तो आपको मुआवजा मिलेगा । जी हां यह नियम जल्द लागू होने जा रहा है। ट्रेन लेट होने के कारण आपको पैसे मिलने वाले हैं। एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के अनुसार भारत में पहली बार प्राइवेट ट्रेन चलने वाली है। इस ट्रेन के यात्रा करने वालों को एक सुविधा देने पर विचार किया जा रहा है। अगर आपकी प्राइवेट ट्रेन एक घंटे से ज्‍यादा लेट हुई तो इसमें यात्रा करने वाले यात्री मुआवजे के हकदार होंगे।

आईआरसीटीसी अक्टूबर महीने ने इस तेजस ट्रेन का संचालन शुरू करने वाली है। पहली ट्रेन दिल्ली से लखनऊ के बीच चलेगी। हालांकि इस ट्रेन का बेस किराया इसी रूट पर चलने वाली शताब्दी के आसपास ही होगा, लेकिन इसमें अन्य कई सुविधाएं दी गई हैं। इस ट्रेन में दूसरी मील, फ्री चाय-कॉफी के लिए वेंडिंग मशीन आदि की सुविधाएं दी गई हैं। आईआरसीटीसी दूसरी तेजस नवंबर में शुरू करेगी, जिसका रूट होगा मुंबई से अहमदाबाद।


सभी कॉमेंट्स देखैंअपना कॉमेंट लिखेंट्रेनों से हवाई सफर की ओर शिफ्ट होने वाले यात्रियों को वापस रेलवे से जोड़ने के लिए आईआरसीटीसी तेजस ट्रेनों में ज्यादा सुविधाएं दे रही है। आईआरसीटीसी के एक एग्जिक्यूटिव ने बताया, ‘रेलवे नाश्ता तो सर्व करता है, लेकिन यात्री जैसे-जैसे लखनऊ पहुंचने के करीब होते हैं, उनको भूख लगने लगती है। इसलिए हम स्नैक्स का इंतजाम करना चाहते हैं ताकि जब तक वे ट्रेन में रहें, भूखे न रहें और लंच टाइम में जब वे लखनऊ पहुंचे तो उन्हें जल्दी से कुछ खाने की जरूरत न हो।’ इन सबके अलावा, कंपनी वरिष्ठ नागरिकों को भी टारगेट करने की कोशिश में है, जिन्हें रेल किराये पर 40 पर्सेंट की छूट मिली हुई है। यही मॉडल मुंबई-अहमदाबाद के रूट पर भी लागू होगा, जो नवंबर के मध्य में शुरू होने की उम्मीद है।

तेजस के टिकट के साथ 50 लाख रुपये का इंश्योरेंस कवर और आपके ट्रेन में रहने के दौरान आपके घर के लिए डकैती कवर भी मुहैया करवाया जा सकता है। एग्जिक्यूटिव ने बताया, ‘बीमा कंपनियां कई ऑफर दे रही हैं, हम उनपर विचार कर रहे हैं।’ दूसरी तरफ, इस ट्रेन के हर कोच में सिर्फ दो टॉइलट होंगे, जबकि अन्य ट्रेनों के कोच में 4 टॉइलट होते हैं। इसके पीछे थोड़ी फ्री स्पेस और बेहतर फूड सर्विस मैनेजमेंट के लिए नई पैंट्री प्लान की गई है। आईआरसीटीसी के अधिकारियों ने कहा कि ट्रेन के 72 सीटों वाले कोच में कई टॉइलट होते हैं, जबकि 190 सीटर प्लेन में सिर्फ तीन टॉइलट होते हैं।

बहरहाल, टिकटों की प्राइसिंग की बात करें तो रेलवे ने फ्री प्राइसिंग की इजाजत दी है, लेकिन रेलवे टिकटिंग विंग शताब्दी की तर्ज पर इसका किराया रखना चाहती है। साथ ही, त्योहारी सीजन में भीड़ को भुनाने के लिए लचीला किराया मॉडल अपनाया जाएगा। सुस्त सीजन में टिकटों के बेस प्राइस पर डिस्काउंट भी दिया जाएगा।

रेलवे मंत्रालय IRCTC के इस एक्सपेरिमेंट के नतीजे का इंतजार कर रहा है ताकि अगले कुछ सालों में नए रूटों पर तेजस ट्रेनें चलाई जा सकें।

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