महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह से मिलने PMCH पहुंचे पप्पू यादव, कहा-मैं उठाऊंगा आपकी जिम्मेदारी

PMCH के आईसीयू में भर्ती महान गणितज्ञ से आज पप्पू यादव ने मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने प्रस्ताव दिया कि वह बिहार के इस महान सपूत की सेवा करना चाहते हैं।

पप्पू यादव ने बताया कि अभी हमने बिहार के गौरव गणितज्ञ श्री वशिष्‍ठ नारायण सिंह जी से PMCH में मिले। वशिष्‍ठ बाबू वृद्ध हैं और इन दिनों PMCH में इलाज करवा रहे हैं। हमने उनसे आशीर्वाद भी लिया। वशिष्‍ठ बाबू जैसे महान लोगों की वजह से बिहार को दुनिया भर में गौरव मिलता रहा है।

बताते चले कि प्रख्यात गणितज्ञ डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को पटना के PMCH में भर्ती करवाया गया है। वो ICU में भर्ती हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक उनको इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस है। वशिष्ठ नारायण सिंह की दिमागी हालत आज ठीक नहीं है तो उसका जिम्मेदार कहीं ना कहीं हमारा सिस्टम है। एक ऐसा भारतीय जिसने देश की सेवा करने के लिए अमेरिका का बड़ा ऑफर ठुकरा दिया। सरकारी सिस्टम ने उसे भी नहीं बख्शा और इलाज के लिए मिलने वाली सहायता तक बंद कर दी। देशभक्ति के लिए अमेरिका से वो भारत लौट तो आए लेकिन उनकी हालत ही खराब हो गई। एक बार तो वे लोगों का झूठा खाना तक खाते मिले।

वशिष्ठ नारायण सिंह का जन्म 2 अप्रैल 1946 को हुआ। उन्होंनें 1958 में बिहार मैट्रिक बोर्ड की परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया। हायर सेकेंड्री की परीक्षा में भी उन्हें सर्वोच्च स्थान मिला। पटना विश्वविद्यायल ने इनके लिए अपना कानून तक बदल दिया और इन्हें सीधे ऊपरी कक्षा में दाखिला दिया। वहां से सिंह ने BSC आनर्स की परीक्षा में भी सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया। 1965 में सिंह को बर्कले विवि में आमंत्रण मिला। वे अमेरिका गए और नासा में भी काम किया। 1967 में सिंह को कोलंबिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैथेमैटिक्स का निदेशक बनाया गया।

बर्कले यूनिवर्सिटी ने उन्हें जीनियसों का जीनियस कहा। 1971में सिंह वापस भारत लौट आए और IIT कानपुर, आइआइटी कानपुर में प्राध्यापक, टाटा इंस्टीट्यूट आफ फंडामेंटल रिसर्च (ट्रांबे) तथा स्टैटिक्स इंस्टीट्यूट के महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रहे। 1973 में उनकी शादी हुई। जनवरी 1974 में उन्हें दिमागी बीमारी के चलते रांची के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। चार साल बाद उन्हें 1978 में सरकारी मदद मिलनी शुरू हुई। जनू 1980 में उन्हें सरकार द्वारा इलाज के लिए पैसा मिलना बंद हो गया।

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