PMCH के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर, इमरजेंसी और OPD सेवा ठप

पटना: कई दिनों से जारी विरोध के बाद शनिवार को पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। पीएमसीएच में कार्य बहिष्कार के कारण राज्य के कोने-कोने से आए मरीज काफी परेशान रहे। इससे इमरजेंसी और ओपीडी सेवा ठप हो चुकी है। गौरतलब है कि पीएमसीएच में करीब 600 डॉक्टर हैं और उनके एक साथ हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। डॉक्टरों की मांग है कि पीएमसीएच परिसर को दलालों से मुक्त किया जाए और डॉक्टरों को सुरक्षा देने के साथ दवा आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।

डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार से मरीजों की परेशानी काफी बढ़ गई। हालांकि अस्पताल के वरीय चिकित्सकों ने मोर्चा संभाल लिया है और उनकी ड्यूटी की अवधि बढ़ा दी गई है।

हड्डी विभाग के अध्यक्ष एवं जेडीए से शिकायत पत्र मिलने के बाद पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ। विद्यापति चौधरी ने अधीक्षक एवं विभागाध्यक्षों की एक बैठक बुलाई। इसमें एक जांच कमेटी गठित करने का निर्णय लिया गया। जांच कमेटी में मेडिसीन, सर्जरी एवं महिला एवं प्रसूति विभाग के अध्यक्ष को शामिल किया गया। जांच कमेटी से 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी गई है। बता दें कि ऑर्थो विभाग के एचओडी पर दलालों को संरक्षण देने का आरोप लगा है।

बहरहाल अधीक्षक ने जूनियर डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार को देखते हुए अतिरिक्त डॉक्टरों की व्यवस्था करने का दावा किया था। इसके लिए सिविल सर्जन और स्वास्थ्य विभाग से अतिरिक्त 50 डॉक्टरों की मांग की गई थी, बावजूद इसके आज सुबह से ही ओपीडी सेवा ठप है और इमरजेंसी से मरीज प्राइवेट अस्पतालों में जाने को मजबूर हैं।

पीएमसीएच में विवाद का जन्म दो दिन पहले हुआ था, जब ओपीडी खुलते ही हड्डी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विजय कुमार को विभाग के जूनियर डॉक्टरों ने कमरे में बंद कर हंगामा किया था। उस समय प्राचार्य डॉ. विद्यापति चौधरी सहित अन्य डॉक्टरों ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत करा दिया लेकिन शुक्रवार को एक बार फिर विवाद शुरू हो गया।

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