KBC में बतौर एक्सपर्ट कल दिखेंगे आनंद कुमार, बिहार के लिए गर्व का क्षण

सुपर-30 के आनंद कुमार चर्चित शो कौन बनेगा करोड़पति में बतौर एक्सपर्ट शामिल होंगे। आनंद कुमार, कौन बनेगा करोड़पति के 7 दिसंबर यानी सोमवार को टेलिकास्ट होने वाले 51वें एपिसोड में नजर आएंगे। वे सिर्फ 7 दिसंबर ही नहीं उसके बाद 21 और 22 दिसंबर को टेलिकास्ट होने वाले 61वें और 62वें एपिसोड में भी एक्सपर्ट के रूप में प्रतिभागी की मदद करेंगे। ये पूरे बिहार के लिए गर्व का क्षण होगा जिसे हर कोई देखना चाहेगा। इसके पहले भी आनंद कुमार ने 2017 में बतौर प्रतिभागी शामिल होकर 25 लाख रुपए जीते थे। आनंद कुमार ने आरक्षण फिल्म के समय में अमिताभ बच्चन को रोल समझने में मदद भी की थी। केबीसी से इन्विटेशन मिलने पर आनंद कुमार ने खुशी जाहिर की और बताया कि अमिताभ बच्चन के साथ शो में भाग लेना सौभाग्य की बात थी। फिल्म सुपर-30 के बाद आनंद चर्चा में रहे हैं। फिल्म को 8 राज्यों में टैक्स फ्री किया गया था।

देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी में जाने का सपना हर इंजीनियरिंग स्टूडेंट का होता है लेकिन मंजिल तक पहुंचना इतना आसान नहीं होता, कई बार गरीबी इनके आड़े आ जाती है। ऐसे में बिहार की सुपर 30 कोचिंग ने आईआईटी जेईई एंट्रेस क्लीयर करने में फिर से बाजी मारी है जो मुफ्त में गरीब बच्चों के सपनों को पूरा करने में मदद करता है । इस बार इस कोचिंग के सभी 30 बच्चों ने एग्जाम क्लीयर कर लिया है। कोचिंग के फाउंडर आनंद कुमार ने फेसबुक पर इस सफलता को बयां करते हुए एक पोस्ट लिखा है। वह लिखते हैं, सफलता के शोर में गुरबत के दर्द को सिमटते देख रहा हूं । पिछले 15 वर्षों से मैं हर साल यही अनुभव करते आ रहा हूं । जब मेहनत इरादों के रथ पर सवार होकर अपने सफर पर चल पड़ती है तो लाख मुसीबतों के बाद भी सफलता कदम चूमने को बेकरार हो जाती है और इस बार के आईआईटी प्रवेश परीक्षा के रिजल्ट में मेरे सभी 30 बच्चों ने सफलता के झंडे गाड़कर यह सिद्ध भी कर दिया है।

आनंद के इन सुपरस्टार्स में एक बेरोजगार पिता का बेटा केवलिन, सड़क किनारे अंडे बेचने वाले का बेटा अरबाज आलम, खेतों में मजदूरी करने वाले का बेटा अर्जुन और भूमिहीन किसान का बेटा अभिषेक शामिल हैं। सुपर 30 के आनंद की कहानी हम कई जगह पढ़ चुके हैं कि कैसे वे सुविधाओं से वंचित परिवारों के तीस बच्चों को हर साल अपनी कोचिंग में मुफ्त में आईआईटी की कोचिंग देते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं इन बच्चों को अपने घर पर रखते हैं और उनकी मां उनके लिए भोजन बनाती हैं।

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