अभी-अभी: समस्तीपुर और सारण में टूटा बांध, नए एरिया में फैला पानी, कोसी तटबंधों पर बना रही दबाव

PATNA: प्रदेश में बाढ़ का कहर जारी है। गंगा, महानंदा सहित कई नदियां उफन रही है। सारण और समस्तीपुर में दो बांध टूटने से कई नए इलाकों में बाढ़ का पानी फैल गया है। बाढ़ के पानी में डूबने से सात लोगों और तटबंध पर ड्यूटी करते एक होमगार्ड जवान की मौत हो गई। पश्चिम चंपारण और सहरसा के दो, पूर्वी चंपारण, खगडि़या और गोपालगंज के एक- एक की डूबने से मौत हो गई । समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर प्रखंड के गोपालपुर-रामपुरा गांव के पास बूढ़ी गंडक के तटबंध पर ड्यूटी कर रहे होमगार्ड जवान रामसुजावन ठाकुर ( 57) गुरुवार शाम बेहोश होकर गिर पड़े। कुछ देर बाद मौत हो गई।

दर्जनों गांवों में नाव ही सहारा : समस्तीपुर जिले के मोरवा प्रखंड के चकपहाड़ में नून नदी का पश्चिमी बांध टूट गया। इससे कई गांवों में पानी फैल गया है। शिवाजीनगर में करेह नदी बढ़ रही है। मधुबनी जिले के बेनीपट्टी प्रखंड के दर्जनभर गांवों में नाव ही आवागमन का सहारा है। शिवहर में बागमती नदी लाल निशान से नीचे है। दरभंगा शहर के कई मोहल्ले पानी से घिरे हैं। प्रखंड क्षेत्रों में भी स्थिति यथावत है। चंपारण, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जलजमाव से परेशानी है।

सारण में हालात और खराब : सारण जिले में बाढ़ का कहर बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को गड़खा प्रखंड के गलिमापुर सलेमपुर में अरबाना बांध टूटने से चार पंचायतों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया। सारण के कुल नौ प्रखंड की 80 पंचायतों के 380 गांव जलमग्न हैं। छह लाख 76 हजार की आबादी प्रभावित है। वैशाली जिले के पातेपुर में नून नदी में उफान के कारण पूरा प्रखंड क्षेत्र बाढ़ की जद में है। 24 घंटे के भीतर आधा दर्जन पंचायतों के नए इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। गोपाललगंज के मांझा के पुरैना तथा बैकुंठपुर के सोनवलिया, मड़वा तथा मूंजा में सारण तटबंध टूटने के साथ ही जगह- जगह बांध टूटने से आई बाढ़ से प्रभावित गांवों से पानी के उतरने का सिलसिला जारी है। सिवान जिले के दरौली में सरयू खतरे के निशान से 63 व सिसवन में 76 सेंमी ऊपर बह रही है।

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