प्रवासी मजदूरों के लिए खुशखबरी, दिल्ली-मुम्बई-कोलकाता से बिहार के लिए चलाई जायेगी स्पेशल बस

पड़ोसी राज्यों से बसों से भी लाए जाएं श्रमिक

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि नजदीक के राज्यों से जो प्रवासी मजदूर बिहार आना चाहते हैं, उनको बसों से लाने की भी व्यवस्था करें। इसके लिए संबंधित राज्यों से समन्वय स्थापित करें। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कोरोना महामारी के प्रभावी नियंत्रण, निगरानी और रोकथाम के लिए उच्च स्तरीय समीक्षा की और कई निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि सात दिनों के अंदर अन्य राज्यों से आने वाले बिहार के इच्छुक लोगों को वापस लाएं। इसके लिए जो भी आवश्यक कार्रवाई है, उसे शीघ्र पूरा करें। इसके लिए भी संबंधित राज्यों से समन्वय बनाकर पूरी व्यवस्था सुनिश्चत करें। मुख्यमंत्री ने ऑक्सीजन आपूर्ति, पल्स ऑक्सीमीटर और अन्य चिकित्सकीय सुविधाएं बढ़ाने का भी निर्देश दिया। आइसोलेशन बेड की संख्या शीघ्र बढ़ाने को कहा। यह भी निर्देश दिया कि हेल्थ क्वारंटाइन सेंटर की संख्या भी बढ़ाएं और पर्याप्त बेड तैयार रखें।

रोज 10 हजार जांच सुनिश्चित कराएं : मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि राज्य में रोज 10 हजार कोरोना जांच की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके लिए सभी आवश्यक उठाएं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अब रैंडम जांच से काम नहीं चलेगा। सघन जांच आवश्यक है। अभी करीब दो हजार जांच प्रतिदिन करने की व्यवस्था है।

गौरतलब हो कि दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी मजदूरों के कारण संक्रमण के मामलों में उछाल आया है। अभी इनके आने का सिलसिला जारी रहेगा। मजदूरों के अलावा अन्य इच्छुक लोगों को भी बिहार लाने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसको लेकर भी सीएम ने जांच का दायरा शीघ्र बढ़ाने का निर्देश दिया है।

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