अमित शाह के शामिल न होने से राम मंदिर का ‘भूमि पूजन’ रहेगा फीका: शिवसेना

शिवसेना ने मंगलवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन को लेकर पूरा देश उत्साहित है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इसकी नींव रखने से बड़ा स्वर्णिम पल और कोई नहीं हो सकता। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के सम्पादकीय में कहा कि देश में कोविड-19 संकट जारी है लेकिन भगवान राम के आर्शिवाद से वह भी खत्म हो जाएगा।

उसने कोरोना वायरस से संक्रमित केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम में शामिल ना होने पर उसके थोड़ा फीका पड़ने की बात भी कही।

शिवसेना ने गहलोत को दी नसीहत
शाह ने रविवार को ही कोरोना वायरस से अपने संक्रमित होने की जानकारी दी थी। शिवसेना ने कहा कि वह उनके जल्द ठीक होने की कामना करती है। साथ ही उसने कहा कि शाह के बीमार होने से राजस्थान में अशाके गहलोत सरकार पर मंडरा रहा खतरा कम नहीं हो जाता। गहलोत को इससे खुश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि भाजपा नेता कहीं भी हों, वह अपनी राजनीति जारी रखेंगे।

प्रधानमंत्री का ‘भूमि पूजन’ करना एक स्वर्णिम पल
मराठी दैनिक पत्र ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी खुद अयोध्या जाकर भूमि पूजन करेंगे। राम मंदिर निर्माण को लेकर एक लंबी लड़ाई लड़ने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता एल. के. अडवाणी और मुरली मनोहर जोशी दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इसमें हिस्सा लेंगे। वह कोविड-19 के मद्देनजर अयोध्या नहीं जर रहे। इस अभियान से जुड़ी रहीं उमा भारती भी अयोध्या नहीं जाएंगी। शिवसेना ने कहा कि देश भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर उत्साहित है। देश के प्रधानमंत्री के मंदिर की नींव रखने से बड़ा स्वर्णिम पल कोई नहीं हो सकता। पार्टी कोरोना वायरस फैला है। अयोध्या, उत्तर प्रदेश और पूरे देश में यह फैला है। यह संकट भी भगवान राम के आर्शिवाद से खत्म हो जाएगा।

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