जब TV डिबेट में संबित पात्रा को देख मां ने कहा था-चिल्लाकर बीमार न होना,दूसरों को बीमार करना

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा आज राजनीति के एक बड़े नाम हैं। अपनी वाक्पटुता से वो टीवी डिबेट में एक अहम स्थान रखते हैं। लेकिन संबित पात्रा का शुरू में राजनीति से कोई लेना देना नहीं था। वो डॉक्टरी की पढ़ाई कर सर्जन बन गए थे। लेकिन परिस्थितियां कुछ ऐसी बदली कि एक UPSC क्वालिफाईड डॉक्टर राजनीतिज्ञ बन गया।

यूपीएससी की मुश्किल परीक्षा की थी पास- संबित पात्रा की शुरुआती पढ़ाई चिन्मयानंद विद्यालय बोकारो में हुई थी। उन्होंने 1997 में VSS मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, संबलपुर, उड़ीसा से एमबीबीएस की पढ़ाई की थी। 2002 में संबित पात्रा ने उत्कल यूनिवर्सिटी से जनरल सर्जन की डिग्री प्राप्त की। संबित पात्रा ने इसके बाद 2003 में देश की सबसे बड़ी मेडिकल परीक्षा UPSC कंबाइंड मेडिकल सर्विसेज की परीक्षा पास की और मेडिकल ऑफिसर के रूप में हिंदूराव हॉस्पिटल ज्वॉइन किया।

ऐसे बने डॉक्टर से नेता- संबित पात्रा एक डॉक्टर के रूप में काम कर रहे थे लेकिन इनका रुझान राजनीति की तरफ़ भी था। वो अपनी नौकरी के साथ- साथ समाजसेवा के लिए एक एनजीओ भी चलाते थे। 2006 में उन्होंने ‘स्वराज’ नाम से एक एनजीओ बनाई और गरीबों की सेवा करनी शुरू की। वो दलित बस्तियों में जाकर कैंप लगाते, इससे उनकी पहचान पुलिस अधिकारियों और बीजेपी नेताओं से भी हुई। जल्द ही उन्हें बीजेपी ने अपनी पार्टी ने शामिल कर लिया। एक कुशल वक्ता होने के कारण वो टीवी पर पार्टी का पक्ष बहुत अच्छे ढंग से रखने लगे जिस कारण कम समय में ही पार्टी के भीतर भी उनका सम्मान और बढ़ गया।

पिता बोकारो स्टील प्लांट में करते थे काम- संबित पात्रा अपने माता – पिता की पहली संतान थे। उनका जन्म उड़ीसा में अपने ननिहाल में हुआ था। बाद में वो अपनी मां के साथ बोकारो चले आए। बोकारो में उनके पिता रबीन्द्र नाथ पात्रा बोकारो स्टील प्लांट में नौकरी करते थे।

जब मां ने कहा कि टीवी डिबेट में तुम्हें बीमार नहीं होना, दूसरों को बीमार करके भेजना है- संबित पात्रा ने अपने शुरुआती टीवी डिबेट से जुड़ा एक किस्सा सुनाया जब उनकी मां ने कहा था कि टीवी में चिल्लाकर तुम बीमार मत होना बल्कि दूसरों को बीमार कर देना। लल्लनटॉप को दिए एक इंटरव्यू में संबित पात्रा ने कहा था, ‘सब जानते हैं कि टीवी डिबेट में किस तरह का माहौल रहता है, जब मैं शुरू- शुरू मे डिबेट में आया, मेरी मां राजनीति से बिल्कुल अनभिज्ञ हैं, उन्हें राजनीति के बारे में कुछ नहीं पता।’

संबित पात्रा ने आगे कहा, ‘दो- तीन दिन उन्होंने टीवी देखा कि ये लड़का क्या करता है टीवी में जाकर। लोगों ने कहा कि आपका लड़का टीवी पर आता है तो उन्होंने टीवी देखा गांव में। फिर 3 दिन बाद उन्होंने मुझे फोन किया कि मैंने टीवी में तुम्हें देखा है। देखो, टीवी में तुम जो चिल्लाते हो, एक बात मेरी याद रखना मैं राजनीति नहीं जानती हूं। तुम्हें बीमार नहीं होना है, दूसरों को बीमार करके भेजना है। इतना चिल्लाओगे तो बीमार हो जाओगे, इसलिए खुद बीमार नहीं होना है।’

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