बिहार में फिर लग सकता है आंध्रा से आने वाली मछलियों पर बैन, जांच में फेल हुआ सैंपल

आंध्र प्रदेश की मछलियों में मानक से 3 गुना लेड, 3 सप्लायर और 3 थाेक विक्रेताओं पर केस दर्ज, मुजफ्फरपुर से लिए गए सैंपल की जांच में पुष्टि

 

PATNA : बिहार सरकार एक बार फिर से आंध्र प्रदेश से आने वाली मछलियों पर बैन लगा सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि मछलियों को जो सैंपल जांच के लिए लैब भेजा गया था वह टेस्ट में फेल हो गया है।

ताजा अपडेट के अनुसार आंध्र प्रदेश से मुजफ्फरपुर में आने वाली मछलियों में लेड (सीसा) की मात्रा मानक से तीन गुना अधिक पाई गई है। खाद्य सुरक्षा विभाग के कोलकाता स्थित सेंट्रल लैब को भेजी गई तीन सैंपल में इसकी पुष्टि हुई है। इसके बाद कमिश्नर अाॅफ फूड सेफ्टी से स्वीकृति लेकर एडीजे-2 के विशेष न्यायालय में अांध्र प्रदेश के तीन मछली सप्लायर अाैर अहियापुर बाजार समिति के तीन थाेक विक्रेताअों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

शनिवार को खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुदामा चाैधरी ने बताया कि मुख्यालय के निर्देश पर अहियापुर बाजार समिति से रोहू, कतला समेत तीन प्रकार की मछलियों के नमूने तीन थोक विक्रेताओं से लिए गए थे।

पटना शहर में लोकल और बाहरी दोनों तरह की मछलियों की बिक्री और लाने ले जाने पर 14 जनवरी 2019 को 15 दिनों के लिए रोक लगाई गई थी। मछलियों में मानक से अधिक कैंसर कारक फॉर्मलीन, कैडमियम, लेड और मरकरी पाए जाने के कारण यह प्रतिबंध लगाया गया था। इसके बाद सरकार ने एक कमेटी को जांच के लिए आंध्र भेजा गया था। कमेटी की रिपोर्ट पर 30 जनवरी को रोक हटा ली गई थी।

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