राजद ने महागठबंधन में सेट किया ‘बिरादरी’ वाला जीत प्लान, सहयोगी दलों को दिया नया फार्मूला

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PATNA : कोरोना काल में बिहार विधानसभा चुनाव की तेज तैयारियों के बीच सियासी दलों ने चुनावी जीत का समीकरण बनाना शुरू कर दिया है. महागठबंधन को लीड कर रही आरजेडी इस बार बिरादरी वाले समीकरण पर चुनावी अखाड़े में उतरना चाहती है. राजद ने अपने सहयोगी दलों के बीच जीत का फॉर्मूला सेट कर दिया है. महागठबंधन में बार बिरादरी के बल पर चुनावी नैया पार करने पर फोकस कर रही है. राजद ने इस बार यह फॉर्मूला सेट किया है कि बिरादरी के उम्मीदवारों को हर पार्टियों को तरजीह देनी होगी. वीआइपी और रालोसपा जैसी पार्टियों को दी गयी सीटों पर उनकी बिरादरी के उम्मीदवारों को तरजीह देने को कहा जायेगा. गठबंधन में मिली सीटों पर बाहरी उम्मीदवारों को उतारे जाने पर राजद विरोध करेगा. तालमेल में जो सीटें वीआइपी को दी जायेंगी, राजद की उम्मीद होगी कि उन सीटों पर निषाद, मल्लाह और केवट जाति के ही उम्मीदवार उतारे जायें. यही उम्मीद रालोसपा से भी की जा रही है. लोकसभा चुनाव में रालोसपा को पांच और वीआइपी को तीन सीटें दी गयी थीं,लेकिन अधिकतर सीटों पर दूसरे उम्मीदवार ही उतारे गये थे. राजद नेताओं का मानना है कि इससे गठबंधन को नुकसान होता है. अरसे बाद महागठबंधन की छतरी के नीचे वाम दल भी साथ होंगे.

अंदरखाने चल रही खबरों की माने तो इस बार महागठबंधन की पार्टियां अपने सहयोगी दलों के सीटिंग सीट पर कोई दावा नहीं करेंगी. इस फॉर्मूले के तहत कांग्रेस की सीटिंग सीटों पर राजद कोई दावा नहीं करेगा. दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व मिल कर सीटों की संख्या पर अंतिम निर्णय लेंगे. विधानसभा चुनाव में हर पार्टी अपनी नैया पार लगाने के लिए फॉर्मूला सेट कर रही है देखना है कि राजद के इस फॉर्मूले से महागठबंधन के सहयोगी दल कितना सहज हो पाते हैं.

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