बिहार के तीन लाख सरकारी शिक्षकों को झटका, नहीं ले पाएंगे एक जगह से दूसरे जगह ट्रांसफर

3 लाख से अधिक शिक्षकों का ट्रांसफर अटका, अब 7वें चरण की भर्ती के बाद होगा : दो साल से तबादला का इंतजार कर रहे 3 लाख से अधिक स्कूली शिक्षकों को अभी और इंतजार करना होगा। प्रारंभिक से लेकर उच्च माध्यमिक स्कूलों में रिक्त पदों पर शिक्षकों की बहाली की शिक्षा विभाग की तैयारी के कारण तबादला फिलहाल फंस गया है। माना जा रहा है 7 वां चरण की बहाली प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही तबादला होगा। 7 वां चरण में प्रारंभिक स्कूलों में लगभग 80 हजार शिक्षकों की बहाली के लिए वैकेंसी जुलाई के अंत तक आनी है। छठे चरण में रिक्त रह गए 48 हजार पदों के साथ ही सितंबर 2019 से 31 मार्च 2022 तक रिक्त हुए शिक्षकों के पदों की गणना कर 30 जून तक विभाग को रिपोर्ट मिलेगी। छठे चरण के तहत हाईस्कूलों में चल रहे 32714 शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया अभी चल रही है। 27 और 28 जुलाई को चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया जाना है। इसके बाद हाईस्कूलों में रिक्त सीटों की गणना कर लगभग एक लाख शिक्षकों की बहाली के लिए रिक्ति सितंबर अंत तक आने की बात कही जा रही है। वैसे शिक्षा विभाग शिक्षकों के तबादला के लिए सॉफ्टवेयर तैयार करा रहा है। एनआईसी के माध्यम से सॉफ्टवेयर की तैयारी भी अंतिम चरण में है। लेकिन अब सॉफ्टवेयर तैयार होने के बाद भी तबादला की संभावना नहीं है।

दिव्यांग-महिला को प्राथमिकता, प्रमाणपत्र भी देना होगा
एक रिक्त पद पर स्थानांतरण के लिए एक से अधिक आवेदन आने पर रिक्त पद जिस कोटि का होगा, उसी कोटि की महिला और दिव्यांग शिक्षक को प्राथमिकता दिया जाना था। दिव्यांग को महिला से अधिक प्राथमिकता। बीमार हैं तो उन्हें सीएमओ से प्राप्त प्रमाण पत्र पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य।

पुरुषों को अंतरजिला तबादला अंडरम्यूचुअल आधार पर
शिक्षिकाओं और दिव्यांग शिक्षकों को ऐच्छिक तबादला का लाभ मिलना था। पुरुष शिक्षकों को अंतरजिला तबादला अंडरम्युचअल आधार पर होता। अंतर नियोजन स्थानांतरण के लिए तीन विकल्प है। कक्षा 1 से 5 तक के पंचायत, प्रखंड, नगर निकायों के नियोजन इकाई के शिक्षक इसी में आवेदन कर सकते हैं।
लंबा हुआ इंतजार… प्रारंभिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में होनी है नियुक्ति, पहले जून-जुलाई में तबादले की थी पूरी तैयारी

तबदला के लिए ये पात्र
{जो शिक्षक तीन वर्ष की सेवा पूरा कर चुके हैं, जिन पर अनुशासन या निलंबन की कार्रवाई नहीं चल रही
{2006 से 2015 के बीच नियोजित शिक्षक के प्रमाण पत्र सही पाया। जो नियमावली के तहत प्रशिक्षित हैं।
{आवेदन देने की तिथि तक शिक्षक का वेतन भुगतान हो चुका हो।
{जिन शिक्षक की नियुक्ति दिव्यांग के लिए आरक्षित पद पर हुई है, वे ही इस श्रेणी के माने जाएंगे।
ऐसे किया जाना था ट्रांसफर } इच्छुक शिक्षकों को आवेदन सॉफ्टवेयर के माध्यम से देना है

तबादला के लिए सॉफ्टवेयर के माध्यम से इच्छुक शिक्षकों से आवेदन लिया जाना था। पहले शिक्षा विभाग का लक्ष्य था कि गर्मी की छ़ुट्टी में ही शिक्षकों की तबादला की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए, ताकि बाद में स्कूलों की पढ़ाई इस कारण बाधित नहीं हो। शिक्षकों के तबादला संबंधी नीति शिक्षा विभाग ने 2020 में बना ली थी। सभी डीईओ जिलावार, नियोजन इकाईवार, विषयवार, कोटिवार रिक्त पदों की सूचना वेब पोर्टल पर अपलोड करना है। जिस कोटि के शिक्षक हैं, उसी कोटि के लिए तबादला के लिए आवेदन कर सकते थे। निगरानी जांच में फंसे वैसे शिक्षक तबादला का मौका नहीं मिलता, जिनके सर्टिफिकेट की जांच नहीं हो सकी है। सेवा शर्त के आधार पर लगभग 85 हजार शिक्षकों को आवेदन का मौका नहीं मिलना था।

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