बिहार दरभंगा का बेटा श्याम बना ऑइल रिफाइनरी कंस्ट्रक्शन कंपनी का मालिक, 200 करोड़ का है साम्राज्य

आज हम आपको बिहार के लाल और दरभंगा के बेटी श्याम कुमार की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत के दम पर भारत से लेकर खाड़ी देशों में 200 करोड़ से अधिक का साम्राज्य बनाया है. श्याम कुमार मूल रूप से दरभंगा के केवटी प्रखंड के कर्जापट्टी के रहने वाले हैं. श्याम कुमार ने अपनी प्रतिभा के दम पर साबित कर दिया कि अगर कोई ठान ले तो कुछ भी असंभव नहीं है. सफलता पाने के लिए बस जी तोड़ मेहनत करने की जरूरत है. तो चलिए शुरू करते हैं मिथिला के लाल श्याम कुमार की कहानी…

नमस्कार, मैं आपका श्याम कुमार। मेरा जन्म एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था. आरंभिक पढ़ाई गांव के ही सरकारी स्कूल में हुई है. बिहार बोर्ड से मैट्रिक परीक्षा पास करने के बाद में साल 2001 में दरभंगा चला आया. यहां के प्रसिद्ध चंद्रधारी मिथिला साइंस कॉलेज जिसे लोग सीएम साइंस कॉलेज के नाम से जानते हैं वहां एडमिशन करवाया. 2003 में इंटर परीक्षा पास करने के बाद में राजस्थान के मोहनलाल सुखारी विश्वविद्यालय के जोधपुर स्थित पीजीडीएम कॉलेज से मैकेनिक में बीटेक करने लगा.

इसी दौरान साल 2006 में जामनगर स्थित मुझे रिलायंस इंडस्ट्री लिमिटेड में क्वालिटी इंस्पेक्टर की नौकरी मिल गई. यहां मैं लगभग 1 साल तक काम किया और अगले ही साल 2007 में उड़ीसा में स्थित नेशनल अल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड नालको में कंस्ट्रक्शन सुपरवाइजर की नौकरी करने लगा. 1 साल के बाद साल 2008 में हरियाणा के पानीपत में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड पेट्रोल कंपनी में क्वालिटी इंस्पेक्टर के पद पर नौकरी करने का मौका मिला. साल 2009 में पंजाब के बठिंडा स्थित गुरु गोविंद सिंह रिफाइनरी में नौकरी मिल गई.

आपको यह जानकर आश्चर्य लग रहा होगा कि मैं कहीं भी 1 साल से अधिक नौकरी नहीं कर पाया. इसके पीछे का कारण यह था की नौकरी करने में मुझे मन नहीं लग रहा था. इसी बीच मुझे कुवैत जाने का मौका मिला और वहां मैं साल 2010 से लेकर 2014 तक हुंडई इंजीनियरिंग एवं कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कंपनी में नौकरी करने लगा.

साल 2015 मेरे लिए अच्छा रहा क्योंकि इसी साल मैंने अपनी कंपनी खोलने का फैसला लिया और अल्फा लाइन जनरल ट्रेडिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी की शुरुआत हुई. मैं अपनी कंपनी के मदद से कुवैत में तेल रिफाइनरी बनाने एवं इसके इंस्टॉलेशन का काम करने लगा.

विदेश की धरती पर अपना साम्राज्य बनाने के बाद अब श्याम कुमार बिहार में भी रोजगार पैदा करने के उद्देश्य से इन दोनों मेरी कंपनी बिहार में काम कर रही है. श्याम का कहना है कि अगर बिहार सरकार की ओर से उन्हें सहयोग दिया जाता है तो वह यहां के युवाओं को नौकरी करने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बना सकते हैं.

शिकायत दर्ज करते हुए श्याम कहते हैं कि बिहार के युवाओं में गजब का टैलेंट है लेकिन ये लोग संघर्ष करना नहीं चाहते इसीलिए जो नौकरी मिल जाती है उसी में अपना जीवन गुजार देते हैं. बिहार युवाओं को जब सिकर नहीं बल्कि जॉब क्रिएटर बनना चाहिए।

डेली बिहार न्यूज फेसबुक ग्रुप को ज्वाइन करने के लिए लिंक पर क्लिक करें….DAILY BIHAR  आप हमे फ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और WHATTSUP,YOUTUBE पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *