मुखिया चुनाव खत्म होते ही बिहार में राजनीति शुरू, अब विधान परिषद की 24 सीटों पर होगा इलेक्शन

PATNAपंचायत चुनाव पूरा, अब विधान परिषद की 24 सीटों का होगा चुनावचुनाव आयोग शीघ्र कर सकता है घोषणा, अप्रैल-मई में ही होने थे ये चुनाव लेकिन कोरोना के कारण स्थानीय निकाय के चुनाव टलने की वजह से इनकी तिथि भी बढ़ी

पंचायत चुनाव पूरा होने के बाद अब विधानपरिषद की 24 सीटों पर तैयारी शुरू हो गयी है। चुनाव आयोग शीघ्र इन सीटों के लिए चुनाव की घोषणा कर सकता है। ये सीटें 17 जुलाई से ही रिक्त पड़ी हैं। पंचायत चुनाव के कारण इन सीटों का मामला लटका हुआ था। 11 चरणों में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही अब इन सीटों पर मंथन जारी है। राज्य निर्वाचन विभाग ने पंचायत चुनाव के बाद इन सीटों पर समीक्षा शुरू कर दी है। समीक्षा के बाद वह अपनी रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजेगा। इस साल 17 जुलाई को 19 विधानपार्षद रिटायर हुए थे। स्थानीय निकाय के इन विधान पार्षदों को सदन में आने का फिर से अवसर नहीं मिल पाया।

पंचायत चुनाव नहीं होने के कारण इन सीटों पर चुनाव नहीं हो सके हैं। अप्रैल-मई में ही ये चुनाव होने थे। लेकिन कोरोना के कारण स्थानीय निकाय के चुनाव टल गए, लिहाजा इनके आधार पर होने वाले विधानपरिषद सदस्यों का चुनाव भी स्वत: टल गया। इसके पहले तीन विधानपार्षद चुनाव लड़कर विधायक हो गए जबकि दो विधान पार्षदों का निधन हो गया। ऐसे में सभी 24 सीटें रिक्त हैं। दरअसल विधान परिषद की इन सीटों पर चुने जाने वाले पार्षद स्थानीय निकायों के जन प्रतिनिधियों द्वारा वोटिंग के माध्यम से चुने जाते हैं। त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि इसमें वोटर होते हैं जिनकी संख्या सर्वाधिक है। लेकिन बिहार में समय पर पंचायत का चुनाव नहीं हो पाया और वर्तमान पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल 15 जून को समाप्त हो चुका है। दूसरी ओर इन विधान पार्षदों का कार्यकाल 17 जुलाई तक ही है। पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल समाप्त होने के कारण वे विधान परिषद के चुनाव में वोट भी नहीं दे पाए। अब जबकि पंचायत चुनाव हो चुके हैं, इन सीटों की कसरत शुरु हो गयी है।

भाजपा-जदयू के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर विमर्श शुरू
24 सीटों के बंटवारे को लेकर जदयू और भाजपा के बीच विमर्श शुरू हो चुका है। ऐसे तो स्थानीय निकाय के इन सीटों पर दलीय आधार पर चुनाव नहीं होते हैं। लेकिन पार्टी अपने उम्मीदवारों को अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन देती है। माना जा रहा है कि दोनों के बीच 12-12 सीटों के फार्मूला पर सहमति बननी तय है। जरूरत पड़ी तो दोनों दल अपने-अपने कोटे से अपने सहयोगी दलों को सीट दे सकती है। वीआईपी भाजपा कोटे में है तो हम जदयू के कोटे में। हालांकि रालोजपा की भी इंट्री हुई है। यह भी जदयू के कोटे में ही है।

…हालांकि पेच भी
पंचायतों की संख्या 8387 से घटकर 8072 रह गयी है। जो पंचायत खत्म हुए हैं वे नगर निकाय या फिर उनका हिस्सा हो गए हैं। ऐसे में नए सिरे से वोटर लिस्ट तैयार होगी। यह भी समस्या है कि वहां भी चुनाव कराने हैं। पर, सुप्रीम कोर्ट के पुराने निर्देश के अनुसार 75 फीसदी वोटर होने पर चुनाव कराए जा सकते हैं। लिहाजा, 24 सीटों पर चुनाव को लेकर कोई बड़ी समस्या नहीं है।

ये 3 हो गए विधायक : मनोज कुमार, रीतलाल यादव, दिलीप राय
इन 2 का हो चुका निधन : हरिनारायण चौधरी, सुनील सिंह

ये 19 हुए थे रिटायर : राधाचरण साह, मनोरमा देवी, रीना यादव, संतोष कुमार सिंह, सलमान रागीब, राजन कुमार सिंह, सच्चिदानंद राय, टुन्नजी पांडेय, बबलू गुप्ता, दिनेश प्रसाद सिंह, सुबोध कुमार, राजेश राम, दिलीप जायसवाल, संजय प्रसाद, अशोक अग्रवाल, नूतन सिंह, सुमन कुमार, आदित्य नारायण पांडेय, रजनीश कुमार
शहरी निकाय : नगर निगम, नगर परिषद व नगर पंचायत सदस्य और कंटोनमेंट बोर्ड के सदस्य

ये होते हैं वोटर : पंचायत का : जिलापरिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, मुखिया, वार्ड सदस्य

डेली बिहार न्यूज फेसबुक ग्रुप को ज्वाइन करने के लिए लिंक पर क्लिक करें….DAILY BIHAR  आप हमे फ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और WHATTSUP, YOUTUBE पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं 

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *