बिहार के चिंतन झा को मिला 37 लाख का पैकेज, जापान की सीबीएस टेक्नो कंपनी ने दिया जॉब ऑफर

उपलब्धि : आईआईटी खड़गपुर अंतिम वर्ष के छात्र का जापानी कंपनी में चयन, भागलपुर के रहने वाला चिंतन नेत्रहीनों के लिए बना रहा है डिवाइस

पटना। बिहारी छात्र अपनी मेहनत की बदौलत बेहतर पैकेज पर चयनित हो रहे हैं। आईआईटी खड़गपुर के अंतिम वर्ष में पढ़ने वाले भागलपुर निवासी छात्र चिंतन वत्य झा का चयन जापान की सीबीएस टेक्नो कंपनी लिमिटेड में 37 लाख रुपये वार्षिक के पैकेज पर हुआ है। इनके अलावा संस्थान के अन्य छह छात्रों का भी चयन हुआ, जो अलग-अलग राज्यों के हैं। सभी छात्र कोर्स पूरा होने के बाद नौकरी ज्वाइन करेंगे। अभी हाल में चिंतन के प्रोजेक्ट को पटना आईआईटी के इनक्यूबेशन सेंटर से मंजूरी मिली थी।

बिहार के लाल चिंतन ने नेत्रहीन दिव्यांगों के लिए बनाई अनोखी डिवाइस विजन : आईआईटी खड़गपुर के अंतिम वर्ष के दो छात्रों ने मिलकर नेत्रहीन दिव्यांगों के लिए एक अनोखी डिवाइस ‘विजन यानी विजुअल इंपेयरमेंट सपोर्टिंग इंटरएक्टिव ऑब्सटेकल नैविगेटर’ विकसित की है। इन छात्रों में एक बिहार के भागलपुर का चिंतन वत्स झा है और दूसरा जयपुर का दीपेश गुप्ता। इस स्टार्टअप प्रोजेक्ट को बनाने के लिए पटना आईआईटी के इनक्यूबेशन सेंटर से मंजूरी मिल गई है। इसके लिए दस लाख रुपये की राशि भी स्वीकृत हो गयी है।

नेत्रहीन दिव्यांगों के लिए एक खास तरह की डिवाइस बनाने वाले चिंतन वत्स झा और दीपेश गुप्ता ने बताया कि इस डिवाइस से नेत्रहीनों को बहुत फायदा होगा। यह एक स्मार्ट ग्लास की तरह होगी। यह चश्मे के फ्रेम में फिट किया जाएगा। इसमें डीप लर्निंग, मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटीलीजेंस का इस्तेमाल किया जाएगा। यह इतना छोटा होगा की बहुत मुश्किल से दिखेगा। इसके अंदर एक कैमरा, एक सेंसर और ईयर पीस होगा। यह वॉयस कमांड के माध्यम से काम करेगा। नेत्रहीन व्यक्ति को अगर किसी दिशा में जाना होगा तो उन्हें गूगल मैप एपीआई की तरह जानकारी मिल जाएगी। इनके कान में लगा ईयर पीस और ऑडिवल डायरेक्शन से इन्हें दिशा का ज्ञान हो जाएगा।

यह डिवाइस पूरी तरह से एक उंगली के इशारे पर काम करेगी। अगर नेत्रहीन व्यक्ति को टाइम देखनी है तो वह सिर्फ घड़ी की तरफ इशारा कर देगा तो टाइम बता देगा। नेत्रहीन व्यक्ति के पास से कौन सी गाड़ी गुजरी है। अगर हाथ का इशारा उधर कर देंगे तो गाड़ी का नंबर भी पता चल जाएगा। वॉयस कामंड के माध्यम से अपने मोबाइल से मेल या एसएमएस भी आसानी से कर सकेंगे । इसके लिए सिर्फ उसे एक निर्देश देना होगा। जिसे मैसेज या मेल करना होगा। उसका नाम व इमेल आईडी बोलना होगा।

अभी तक नेत्रहीन व्यक्ति ब्रेल लिपी के माध्यम से किताब को उंगली के माध्यम से पढ़ते थे। पर अब इस नयी डिवाइस से किसी भी साधारण किताब को पढ़ा जा सकेगा। बस जिस किताब को पढ़ना है उसकी ओर हाथ का इशारा करना होगा। किताब में लिखे अक्षर उसके कानों में सुनाई देने लगेंगे।

इस डिवाइस में आलर्म सेट करने की सुविधा होगी। आगे उसे कौन सा काम किस समय पर करना है। इसकी जानकारी भी डिवाइस देगी। इसके लिए टाइम सेट करना होगा। इस डिवाइस को अपने पास रखने के लिए नेत्रहीन व्यक्ति को शर्ट या टीशर्ट में एक स्पेयर पॉकेट रखना होगा।

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