मेरा अंतिम संस्कार बहुत अच्छे से करना,मेरी मरने की इच्छा तब से थी,जब मैं कक्षा एक में पढ़ती थी

PATNA: अंतिम संस्कार क्या होता है? 14 साल के मासूम को क्या पता..लेकिन कोलकाता से एक ऐसा मामला सामने आया है, जो आपके रोंगटे खड़े कर देगा। यहां एक 14 साल की बच्ची ने नस काटकर खुद की जान ले ली। इतना ही नहीं उसने सुसाइड नोट भी लिखा। नोट में लिखा था- मेरा अंतिम संस्कार बहुत अच्छे से करना, मेरी मरने की इच्छा तब से थी, जब मैं क्लास-1 में पढ़ती थी। हैरानी की बात तो ये है कि क्लास-1 में पढ़ने वाले बच्चे को ठीक से गिनती भी नहीं आती। उस उम्र में इस बच्ची ने मरने की इच्छा जता दी थी।

बच्ची कोलकाता के एक जानेमाने स्कूल में दसवीं क्लास में पढ़ती थी। उसकी डेड बॉडी स्कूल के ही बाथरूम में मिली। साथ ही एक नोट भी। ये सुसाइड नोट बाथरूम में बॉडी के पास ही मिला। जिसमें लिखे गए मार्मिक शब्द ने हिलाकर रख दिया।

परिवार वाले बच्ची की मौ’त से सदमें में हैं, लेकिन बेटी की इच्छा पूरी करते हु्ए सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। अंतिम विदाई में परिवार और दोस्त शामिल हुए। पुलिस ने बताया कि बच्ची ने अपनी कलाई काट ली थी। अपने सिर को एक पॉलिथीन से लपेट लिया था, ताकि दम घुटने से वह आसानी से मौ’त को गले से लगा सके। प्लास्टिक को उसने अपने यूनिफॉर्म से कवर कर रखा था। खुद की जान लेने के लिए ऐसा कदम उठाया वाकई दिल दहला देने वाला है।

पुलिस का कहना है कि सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि बच्ची ने तीन पन्ने का नोट लिखा था। ये नोट इंग्लिश में लिखे हुए थे। उसने अपने उस दर्द के बारे में लिखा जो उसने खुद को मारने के प्रयास के दौरान लिखा। पुलिस का कहना है कि कुछ लाइनें उसने कांपते हुए हांथों से लिखे थे। और कुछ पहले ही लिखे गए थे।

पहले दो पन्नों में लड़की बताती है कि कैसे उसने मायावी नींद के इंतजार में अपनी रातें बिताई थीं। उसने इसमें लिखा कि वह जब कक्षा एक में थी तब से वह मरना चाहती थी। विशेषज्ञों ने बताया कि वह फिलहाल इस नोट का विश्लेषण कर रहे हैं। विश्लेषण से इस बात का खुलासा होगा कि आखिर बच्ची ने ऐसा कदम किस वजह से उठाया? उसे ऐसे हिं’सक कदम उठाने के लिए क्या प्रेरित किया था?

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