PM मोदी से CM नीतीश की अपील, प्लीज फरक्का बराज को खुलवाइये, नहीं तो बिहार डूब जायेगा

गंगा में बढ़ते जलस्तर और आसपास के क्षेत्रों में फेल रहे पानी को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को केंद्र सरकार से बात की। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से कहा है कि गंगा नदी के पानी का प्रवाह फरक्‍्का बराज से समुचित रूप से नहीं हो रहा है। इस कारण गंगा के तटवर्ती 42 जिलों में बाढ़ की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है। गंगा नदी का जलस्तर निरंतर बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा से दूरभाष पर बात कर बिहार की इसगंभीर स्थिति की जानकारी दी और फरक्का बराज से समुचित पानी का बहाव (डिस्चार्ज ) सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।

फरक्का बराज ने एक बार फिर बिहार में गंभीर संकट पैदा कर दिया है। बराज से गंगा के पानी का पर्याप्त डिस्चार्ज नहीं होने से 12 जिलों में बाढ़ का संकट पैदा हो गया है। पिछले 48 घंटे के भीतर बराज के पॉण्ड लेवल में 56 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हो गई है। बाढ़ की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फरक्का बराज से पानी के डिस्चार्ज की मात्रा बढ़ाए जाने की आवश्यकता जताई है। शनिवार को सीएम ने इस मुद्दे पर पीएम के प्रधान सचिव पीके मिश्रा से फोन पर बात की।

सीएम ने उनसे फरक्का बराज से समुचित जल-स्राव सुनिश्चित कराने को कहा। इस बीच मुख्यमंत्री के आदेश पर जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों की एक हाईलेवल टीम अगले आदेश तक के लिए फरक्का बराज पर प्रतिनियुक्त कर दी गई है। राज्य सरकार का साफ मानना है कि फरक्का से गंगा के पानी का पर्याप्त स्राव नहीं हुआ और यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में बक्सर, भोजपुर, सारण, पटना, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर, लखीसराय, खगड़िया, कटिहार और भागलपुर में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है। मुख्यमंत्री ने चार दिनों में नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी की समीक्षा के लिए शनिवार को शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की।

ना आरती की जगह बची न पूजन की जमीन… गंगा को कैसे मनाएं : पटना सिटी के भद्रघाट पर अजीब सी खामोशी है। गंगा मइया के सम्मान में ना आरती की लौ प्रज्जवलित हो रही है और ना ही शंखनाद की गूंज है। वजह खुद गंगा मइया हैं। गंगा ने इन दिनों रौद्र रूप धारण कर रखा है। पूजा के उन स्थानों पर भी नदी की लहरें हिलोरें मार रही हैं, जहां हर शाम को लोगों की भीड़ गंगा दर्शन को उमड़ पड़ती थी।

और चढ़ी गंगा : पटना में 24 घंटे में 10 सेंटीमीटर बढ़ा पानी : गंगा में लगातार उफान जारी है। राजधानी पटना के निकट गंगा के जलस्तर में पिछले 24 घंटे में 10 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। शुक्रवार को इसके जलस्तर में 9 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई थी। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शनिवार को गंगा का जलस्तर बक्सर में खतरे के निशान से 55 सेंटीमीटर, पटना के दीघा में 43 सेंटीमीटर, गांधीघाट पर 114 सेंटीमीटर, हाथीदह में 84 सेंटीमीटर, भागलपुर में 3 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी।

निर्माण के पहले ही उठा था सवाल-बिहार में बाढ़ लाएगा फरक्का बराज
पानी छोड़ने के लिए फरक्का बराज में 109 गेट हैं। वर्ल्ड कमीशन ऑन डैम्स की रिपोर्ट कहती है कि 56 गेट बंद है, 53 से पानी छोड़ा जाता है। यानी डिस्चार्ज आधा है। सामान्य से 22% कम बारिश के बावजूद बिहार में गंगा की बाढ़ की मूल वजह यही है।

फरक्का और डिस्चार्ज : इसका डिजाइन डिस्चार्ज 32 लाख क्यूसेक माना गया जबकि 27 लाख क्यूसेक ही डिस्चार्ज होता है। निर्माण से पहले ही इंजीनियर कपिल भट्‌टाचार्य ने कहा था कि बराज बना तो बाढ़ झेलेगा बिहार। गंगा और गाद : गंगा 736 मिलियन टन गाद लेकर चलती है जिसमें 328 मिलियन फरक्का बराज के अपस्ट्रीम मे डिपॉजिट हो जाता है। नदी के बीच कई टापू बन गए हैं। बाढ़ ही नहीं कटाव भी बड़ी समस्या है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *