बिहार में पहले हॉस्टल के बच्चों ने की कॉपी जांच, अब हाथ से जांची जा रही है OMR शीट

Patna: बिहार की चौपट शिक्षा व्यवस्था का आलम यह है कि भागलपुर जिले के तिलकामांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी में पीएचडी एडमिशन टेस्ट की कॉपी जांच में हाथों से ओएमआर शीट की जांच की जा रही है. पिछले 21 जनवरी को पीएचडी एडमिशन का टेस्ट हुआ था. लेकिन अब तक कॉपी जांच पूरी नहीं हुई.

दूसरी तरफ कॉपी जांच में बरती जा रही लापरवाही ने छात्रों को मुसीबत में डाल दिया है. परीक्षा के 23 दिन बाद यानी 24 फरवरी से विश्वविद्यालय ने मूल्यांकन का काम शुरू किया. इससे पहले परीक्षा के दौरान 25 फरवरी तक रिजल्ट जारी करने की बात कही जा रही थी. बाद में इसकी तारीख बदलकर मार्च का पहला सप्ताह कर दिया गया. लेकिन तारीख बीत रहे हैं परीक्षा परिणाम का कोई ठिकाना नहीं है.

दरअसल रिजल्ट नहीं जारी होने के पीछे कॉपी जाँच में बरती जाने वाली शिथिलता मुख्य कारण है. पहले तिलकामांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी में आयोजित होने वाली परीक्षाओं की सभी कॉपियां यूनिवर्सिटी के बाहर से जांच होकर आती थी. पीजी के फाइनल ईयर और स्नातक पार्ट थ्री का मूल्यांकन भी बाहर होता था लेकिन 2011-12 में प्री-पीएचडी, स्नातक पार्ट थ्री, एमबीए की कॉपियां जांच के लिय बाहर भेजी गई तो हॉस्टल में रह रहे छात्रों से कॉपी जाँच करवा दी गई.

मीडिया में यह सब आने के बाद भी जाँच के लिए बाहर भेजी गई कॉपियों के यूनिवर्सिटी में वापस आने में 8 महीने से ज्यादा लग गए. जिसके बाद पूर्व कुलपति आरएस दुबे के समय यूनिवर्सिटी में ही मूल्यांकन करना तय हुआ था. इधर यूनिवर्सिटी के कर्मी बताते हैं कि होली की छुट्टी होने के कारण कई विषयों की कॉपियों के बंडल यूं ही पड़े रहे. कई विषयों के शिक्षक यूनिवर्सिटी आकर कॉपी जांच करना नहीं चाह रहे हैं कई फोन नहीं उठा रहे.

जिसके कारण 2 या 3 ऐसे विषय हैं जिनमें एक-एक शिक्षक को 200 कॉपियां जांच करने के लिए दी गई हैं. यूनिवर्सिटी नहीं आने वाले शिक्षकों से सम्पर्क किया जता है तो कोई इसे गंभीरता से नहीं लेता है. इसके अलावे कई विषयों का मूल्यांकन पीजी हेड से करवाया जा रहा है. वहीं ओएमआर शीट पर दिए गए उत्तर की जांच कंप्यूटर से नहीं बल्कि शिक्षक हाथों से कर रहे हैं. जबकि ओएमआर शीट की जांच कंप्यूटर से होनी चाहिए थी. शिक्षक ओएमआर शीट जाँच के दौरान गोलों के बगल में सही-गलत का निशान लगाकर नम्बरिंग कर रहे हैं.

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *