देश ने 56 इंची सीने वाला PM चुना था मोदी जी, सियासी नफा-नुक़सान देखकर झुक जाने वाला नहीं- बोले एंकर तो लोग करने लगे ऐसे कमेंट

केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया है। पीएम मोदी ने गुरुपर्व पर लोगों को बधाइयां देते हुए ऐलान किया कि सरकार कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए तैयार है और इस महीने के अंत में शुरू होने वाले संसद सत्र में वह इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर देगी। जहां एक तरफ इस ऐलान से किसानों में खुशी की लहर है तो वहीं अब कुछ लोग पीएम मोदी के इस फैसले से असहमति जता रहे हैं, साथ ही उनपर जमकर तंज भी कर रहे हैं। पत्रकार सुशांत सिन्हा ने ट्वीट कर लिखा कि देश ने छप्पन इंच वाला पीएम चुना था, झुक जाने वाला नहीं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर किया गया पत्रकार सुशांत सिन्हा का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। उन्होंने ट्वीट में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए लिखा, “देश ने छप्पन इंच के सीने वाला प्रधानमंत्री चुना था नरेंद्र मोदी जी। कुछ के विरोध के सामने, सियासी नफा-नुकसान देखकर एक बड़े वर्ग के समर्थन के बावजूद झुकजाने वाला पीएम नहीं।”

प्रधानमंत्री मोदी के लिए किए गए इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर भी खूब कमेंट कर रहे हैं। पत्रकार नरगिस बानो ने सुशांत सिन्हा के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, “अहंकारी मोदी जी झुक गए हार गए। इस फैसले को मोदी जी का हारना कहते हैं।” रवि सिसोदिया नाम के यूजर ने लिखा, “राष्ट्र का मोदीयुग अब समाप्ति की ओर।”

पुनीत कुमार सिंह ने सुशांत सिन्हा के ट्वीट पर चुटकी लेते हुए लिखा, “अभी तो फॉलोबैक मिला था और कुछ दिन बाद मोदी जी ने दर्द दे दिया। लेकिन मोदी जी ने किया होगा तो सोच समझकर ही किया होगा।” बता दें कि हाल ही में पीएम मोदी ने सुशांत सिन्हा को ट्विटर पर फॉलो किया था। सिद्धार्थ गिरी नाम के यूजर ने लिखा, “मोदी जी का एक कदम पीछे लेना, राजनीतिक जीवन में उन्हें आगे ले जाएगा। यूपी, पंजाब में एक कदम पीछे करने से विरोध कम होता है तो कदम पीछे करना अच्छा है।”

बता दें कि सुशांत सिन्हा के अलावा अखिलेश शर्मा जैसे अन्य पत्रकारों ने भी कृषि कानूनों की वापसी पर ट्वीट किया। अखिलेश शर्मा ने लिखा, “भारत में सुधारों की राह बहुत कठिन है। तीन सौ सांसद वाली पार्टी भी हिचकोले खाने लगती है। हैरानी होती है कि कैसे नरसिंह राव की अल्पमत सरकार ने इतने बड़े आर्थिक सुधार किए थे।”

अखिलेश शर्मा ने ट्वीट में आगे लिखा, “अब कोई भी पार्टी कृषि क्षेत्र में अगले दशकों तक कोई सुधार करने की हिम्मत नहीं करेगी।” वहीं हर्ष वर्धन त्रिपाठी ने भी पीएम मोदी की आलोचना करते हुए लिखा, “बेहद खराब निर्णय। नरेंद्र मोदी सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस लेने का फसला किया। शर्मनाक।”

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