पूजा पंडालों में दर्शन के लिए निकले CM नीतीश, डाक बंगला चौराहा पहुंचकर की मां दुर्गा की पूजा

सप्तमी के दिन पूजा पंडालों में दर्शन के लिए निकले सीएम नीतीश, डाक बंगला चौराहा पहुंचकर की मां दुर्गा की पूजा

PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर राजधानी पटना से आ रहे है। जहां सीएम नीतीश कुमार पूजा पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा का दर्शन करने निकले हैं। इस दौरान सुरक्षा के काफी पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। मुख्यमंत्री राजाबाजार रोड में खाजपुरा इलाके में दर्शन के बाद डाकबंगला पहुंचे हैं। जहां भक्तों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। सीएम नीतीश ने यहां मां दुर्गा की पूजा की।

इस दौरान सीएम के साथ विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी भी साथ हैं। दुर्गा पूजा को लेकर राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था के काफी कड़े इंतजाम किये गए हैं। बारिश के बाद कई इलाकों में जलजमाव होने के बावजूद भी पटनावासी पूजा पंडालों में काफी संख्या में पहुंचे हैं। पंडालों के बाहर भक्तों की भीड़ लगी गई है। दुर्गा पूजा के मेले में दुकानें सज धज कर तैयार हैं।

पटना सिटी में मां काली को चढ़ाई जाती है साड़ी पटना सिटी के रानीपुर कालीस्थान की काली पूजा कई मामलाें में खास है। यहां 1950 से पूजा हाे रही है। मंदिर में काली की प्रतिमा है। इसके साथ ही नवरात्र में मां काली की अलग से प्रतिमा बनाई जाती है। श्रीकाली कला मंदिर समिति के महामंत्री सुनाल सिंह ने बताया कि यहां की प्रतिमा और यहां जिस तरह से पूजा हाेती है, वैसी प्रतिमा और पूजा प्रदेश में कहीं और नहीं हाेती। यहां प्रतिपदा काे कलश स्थापित की जाती है। षष्ठी काे मां काली काे साड़ी प्रदान किया जाता है। सप्तमी काे पट खुल जाता है। अष्टमी काे सुबह नाै से 10 बजे तक पहली पूजा हाेती है, फिर 12 बजे दिन से 12 बजे रात तक पूजा हाेती है। नवमी काे रात दस बजे पूजा शुरू हाेती है, जाे सुबह चार बजे तक चलती है। माता की पूजा रात में ही हाेती है। यहां की प्रतिमा में भगवान शिव के छाती पर पैर रखी काली माता ताे हाेती ही हैं, साथ में माता की मददगार याेग-याेगिनियां भी हाेती हैं। ये याेग-याेगिनियां अन्य जगह नहीं बनतीं। अष्टमी की रात में मंदिर समिति के महांमत्री सुनील सिंह माता काे साढ़ी चढ़ाते हैं। इस साड़ी का बड़ा महत्व है। यह मंदिर में ही रखी रहती है, जिसे बेटी की शादी के बाद उसके सिर, कंधे पर रखा जाता है। मान्यता है कि एेसा करने से बेटी का दांपत्य जीवन सुखी हाेगा।

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