अभी-अभी : JNU में छात्रों की हुई जीत, फीस बढोतरी का फैसला वापस.

jnu में फीस बढोतरी का फैसला वापस. मैं इसे गरीब की नहीं बल्कि योग्य छात्रों की जीत कहूंगा. वहां गरीब या दलित नहीं पढते हैं.

JNU छात्रों के विरोध के आगे झुकी सरकार, बढ़ी हुई फीस वापस

फीस वृद्धि के खिलाफ जेएनयू छात्रों के बड़े विरोध प्रदर्शन के आगे सरकार को झुकना पड़ा है. कॉलेज प्रशासन ने आखिरकार फीस बढ़ोतरी के फैसले को वापस ले लिया है.

शिक्षा सचिव आर. सुब्रमण्यन ने बताया कि एग्जिक्यूटिव कमेटी ने हॉस्टल फीस में वृद्धि और अन्य नियमों से जुड़े फैसले को वापस ले लिया है.

गरीब छात्रों को आर्थिक मदद देने संबंधी योजना का प्रस्ताव
शिक्षा सचिव ने आर सुब्रमण्यम ने ट्वीट कर बताया कि एग्जिक्यूटिव कमेटी की बैठक में आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के छात्रों को आर्थिक मदद उपलब्ध कराने से संबंधित योजना का प्रस्ताव भी पेश किया गया है.

जेएनयू छात्र हॉस्टल मैनुअल के ड्राफ्ट को वापस लेने की मांग कर थे. छात्रों की मांग थी, उनके हॉस्टल रूम का किराया बढ़ाए जाने का फैसला वापस लिया जाना चाहिए. इसके अलावा छात्रों का दावा है कि मैनुअल ड्राफ्ट में फीस वृद्धि के साथ-साथ ड्रेस कोड और कर्फ्यू के समय को लेकर भी प्रावधान थे.

जैसे विजिटर्स के लिए रात 10:30 के बाद हॉस्टल से निकलने का प्रावधान था. इसके अलावा लड़कों के कमरे में किसी लड़की या फिर लड़की के कमरे में किसी लड़के की एंट्री पर रोक लगाई गई थी. हॉस्टल के नियमों का पालन न करने पर 10,000 रुपये के जुर्माने का भी प्रस्ताव था.

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