मिथिला का प्रचलित लोकपर्व कोजागरा आज, पान-मखान का होगा वितरण, नवविवाहित दूल्हे का होगा चुमावन

मिथिला का प्रचलित लोकपर्व कोजागरा आज, कोजगरा पर्व को लेकर बाजार में मखाना की खरीदारी करते लोग। आज शाम में समाज के लोगों को बुलवाकर वर पक्ष वाले करेंगे विभिन्न सामग्री का वितरण : मिथिलांचल का प्रचलित लोक पर्व कोजागरा 19 अक्टूबर को होगा। इस पर्व के दौरान नवविवाहित वर पक्ष के यहां संध्या समय में चुमाओन के बाद मखाना का वितरण किया जाता है। इसके साथ ही बताशा एवं पान वितरण का भी विधान है। कन्या पक्ष की ओर से वर पक्ष के यहां मखाना, मिठाई आदि का भार भेजने की परंपरा रही है।

संध्या समय में समाज के लोगों को हकार देकर बुलाया जाता है। फिर उन्हें दरवाजे पर बैठा कर उक्त वस्तुओं का वितरण किया जाता है। यह पर्व खासकर मिथिला में काफी प्रचलित है। पर्व को लेकर दूर-दराज में सर्विस करने वाले लड़का भी घर पर आते हैं। क्योंकि, पूजा के दौरान उनका रहना महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके साथ ही वैष्णव समाज में यह दिन काफी लोकप्रिय होता है। इस दिन राधा- कृष्ण के साथ गोपियों की रासलीला उत्सव का दिन होता है।

संध्या समय में होगी माता लक्ष्मी की पूजा
मिथिलांचल में लक्ष्मी पूजा का विधान भी कार्तिक पूर्णिमा की संध्या में काफी प्रचलित है। सुख- संपत्ति की कामना को लेकर इस रात में संध्या में लोग लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। फिर इसके बाद अपने सगे- संबंधियों के बीच अन्य प्रसाद के अलावा पान- मखान वितरण करने का सालों से विधान रहा है। इन सबको लेकर बाजार में भी काफी रौनक देखा गया। अधिकांश लोग मखाना खरीदने में लगे रहे। इसके साथ ही मिठाई का बाजार भी आज गर्म रहा।

खीर बनाकर खाने से होगा लाभ : पं. पवन
संस्कृत उच्च विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य पंडित पवन कुमार झा कहते हैं कि आश्विन पूर्णिमा का काफी अधिक महत्व है। इस रात में खीर बनाकर आसमान के नीचे रखकर सुबह में खाने से रोग मिट जाता है।

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