मंदिर का निहत्था गार्ड पकड़ लिया, पिस्टलधारी UP पुलिस से भागने लगा विकास दुबे …क्या मजाक है

Bhairav lal das : विकास दुबे की ह’त्या से क्षुब्ध हूं। यदि पुलिस को ए’नकाउंटर का लाइसेंस दे दिया जाय तो फिर इस देश में न्यायपालिका पर बेकार का पैसा क्यों खर्च हो रहा है। आम जनता की सुरक्षा पुलिस के भरोसे ही छोड़ दिया जाए। दुबे के घर पर डी एस पी के बदले एस टी एफ टीम को भेजना चाहिए था जो विकास को गिरफ्तार करने में सक्षम हो।

जिस प्रकार विकास दुबे का घर बुलडोजर से गिराया गया, उसी समय झलक मिलने लगी थी की सरकार मुंह छुपाने के लिए मीडिया का सहारा ले रही है। अंत में ए’नकाउंटर। लेकिन सरकार उन तत्वों पर काम नहीं करेगी जिसके कारण विकास दुबे जैसे गैंगस्टर पैदा होते हैं। सरकार अपने मूल काम से भटक गई है। सभ्य समाज को ऐसे ए’नकाउंटर की निन्दा करनी चाहिए।

Pankaj Srivastava : मेरी आशंका सच में तब्दील। विकास दुबे को योगी की पुलिस ने बैकुंठलोक भेज दिया। तय मानिए यूपी में अब कम से कम छ: माह तक अ’पराध न के बराबर होगा। यूपी के आ’पराधी अब सुरक्षित पनाहगार की तलाश में बिहार की ओर भागेगे। कारण यहाँ इसरत जहाँ के अब्बा जान जो मौजूद हैं।

Bhavesh Nandan Jha : कुछ “लाल” बुझक्कड़ विकास दुबे के ए’नकाउंटर को “स्क्रिप्टेड” बता रहे हैं.. मानो वो सच्चाई का पुतला रहा हो, ऐसा करना तो दूर सोच भी नहीं सकता था..मत भूलिए वो अपने बचाव के मात्र सात दिनों पहले 8 पुलिसकर्मियों को श’हीद कर चुका है…अगर अभी वो अपने प्रयास में सफल हो जाता तो आप क्या कर रहे होते ?मैं बताता हूँ-अभी तक ची’ख कर अपना गला व कपड़ा दोनों फाड़ लिए होते..

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *