अभी-अभी: राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद मोती लाल वोरा हो सकते हैं कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष
PATNA: कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से राहुल गांधी ने इस्तीफा दे दिया है। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद अब खबर मिली है कि मोती लाल वोरा कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष हो सकते हैं।
कांग्रेस की वर्किंग कमिटी में शामिल वरिष्ठ नेता मोती लाल वोरा को कांग्रेस पार्टी का नया कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है। मोती लाल वोरा पहले पेशे से पत्रकार थे और फिर बाद में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने। जिन्होंने अपने राजनीतिक आका के खिलाफ ही बगावत कर दी और जो उन चुनिंदा नेताओं में से एक थे जो नरसिम्हा राव और सोनिया, दोनों के विश्वस्त रहे। और उसी का नतीजा है कि जब राहुल गांधी ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है, मोती लाल वोरा को अंतरिम अध्यक्ष बनाने की बात सामने आ रही है।
Rahul Gandhi: As president of the Congress party, I'm responsible for the loss of the 2019 elections, accountability is critical for the future growth of our party. It is for this reason that I have resigned as Congress president. pic.twitter.com/igokkZpMLs
— ANI (@ANI) July 3, 2019
बता दें कि राहुल गांधी ने चार पन्नों का एक खुला खत लिखा है। जिसमें उन्होंने लोकसबा चुनाव में हार की जिम्मेदारी खुद ली है। राहुल गांधी ने लिखा कि- कांग्रेस अध्यक्ष पद के रूप में मैं 2019 के चुनावों की हार के लिए जिम्मेदार हूं, हमारी पार्टी के भविष्य के विकास के लिए जवाबदेही महत्वपूर्ण है। इस कारण से मैंने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आगे लिखा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद पर रहना मेरे लिए गर्व की बात। जिस पार्टी की नीतियां और सिद्धातों से देश का विकास हुआ है। मैं देश और पार्टी से मिले प्यार के लिए आभारी हूं।
2019 में मिली हार के लिए पार्टी को पुर्नसंगठित करने की जरूरत है। पार्टी की हार के लिए सामूहिक तौर पर लोगों को कठिन निर्णय लेने होंगे। यह बेहद गलत होगा कि पार्टी की हार के लिए सबको जिम्मेदार ठहराया जाए, लेकिन पार्टी अध्यक्ष होने की वजह से मैं अपनी जिम्मेदारी से भागूं। बहुत से साथियों ने मुझे सुझाव दिया कि मैं ही कांग्रेस पार्टी के अगले अध्यक्ष का नाम चुनाव करूं। यह सही है कि किसी की तत्काल जरूरत है कि कोई हमारी पार्टी को लीड करे। मेरे लिए किसी एक का चयन करना गलत होगा। हमारी पार्टी का इतिहास बहुत गौरवशाली रहा है। इसलिए मुझे लगता है कि अब यह पार्टी ही तय करेगी कि कौन हमारा नेतृत्व हिम्मत, प्यार और जिम्मेदारी के साथ कर सकता है।