पटना से हजारीबाग शहर को चलेंगी ट्रेनें, रेल सुरंग बनने से 40 KM कम हो जाएगी रांची की दूरी

पटना से हजारीबाग शहर को चलेंगी ट्रेनें, रांची रूट पर गोमो में 1 घंटे शंटिंग से मिलेगी मुक्ति, तीन सुरंगों से होकर गुजरेंगी ट्रेनें, तीसरे का काम अंतिम दौर में, प्राकृतिक नजारे दिखेंगे : पटना से हजारीबाग जाने वाले ट्रेनों की जगह बस या अपनी गाड़ी को ज्यादा ठीक मानते हैं, क्योंकि ट्रेनें हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन जाती हैं। पटना-रांची एसी एक्सप्रेस समेत कुछ पैसेंजर ट्रेनें घूमकर हजारीबाग शहर ले भी जाती थीं तो कोविड में लंबे समय से बंद हैं। हजारीबाग रोड से हजारीबाग शहर जाने में लगभग सवा घंटा लग जाता है। लेकिन, इस साल पटना-रांची के लिए नई रेल लाइन का रूट ऑपरेशनल होते ही यह परेशानी खत्म हो जाएगी। पटना से रांची की दूरी भी 40 किलोमीटर कम हो जाएगी और गोमो में एक घंटे तकनीकी ठहराव से भी ट्रेनों को मुक्ति मिल जाएगी।

अभी इस रूट से रांची पहुंचती हैं ट्रेनें
फिलहाल मुरी के बाद पश्चिम बंगाल के कई स्टेशनों से गुजरते हुए वाया बोकारो-गोमो, कोडरमा व इससे आगे तक की यात्रा के बाद ट्रेनें रांची पहुंचती हैं। रेलवे सूत्रों के अनुसार नई दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस भी इसी रूट से चलेगी। इस रूट के चालू होने के बाद रांची-मुरी-बोकारो-गोमो-कोडरमा सेक्शन का ट्रैफिक दबाव कम हो जाएगा।

हटिया-पटना एक्सप्रेस को अभी लगते हैं 13 घंटे
टॉप प्रायरिटी ट्रेन हटिया-पटना सुपरफास्ट एक्सप्रेस अभी गोमो होकर 13 घंटे में यह दूरी तय करती है। हालांकि, सुबह में जाने वाली पटना-रांची जनशताब्दी करीब पौने आठ घंटे में ही रांची पहुंच जाती है।

इस साल के अंत तक बरकाकाना से हजारीबाग के रास्ते सिधवर व सांकी के बीच बन रही नई रेल लाइन चालू होने के बाद यह संभव होगा। 90% काम पूरा हो चुका है। इस रूट में सिधवर व सांकी के बीच अब महज 25 किलोमीटर के दायरे में पटरी बिछाने से लेकर पहाड़ों के बीच सुरंग बनाने का काम तेजी से चल रहा है। दो सुरंग बनकर तैयार है, तीसरी सुरंग का काम चल रहा है। इस बार के बजट में बचे काम के लिए 55 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया है। नया रूट चालू होने के बाद पटना-रांची के बीच चलने वाली ट्रेनें गोमो गए बगैर कोडरमा से ही सीधा हजारीबाग शहर और बरकाकाना होते हुए रांची निकल जाएगी। पठारी व जंगली इलाका होने की वजह से इस रेल लाइन के निर्माण में रेलवे को काफी दिक्कतें आ रही थी, लेकिन अब काम तेजी से चल रहा है। 63 किलोमीटर के रोमांचक सफर में बड़े हिल स्टेशनों जैसा दृश्य दिखेगा।

जानिए तीनों सुरंगों को
सुरंग टी वन की लंबाई 600 मीटर, सुरंग टी टू की लंबाई 1080 मीटर, सुरंग टी थ्री की लंबाई 600 मीटर

कोडरमा-हजारीबाग व रांची रेललाइन में 3 सुरंगें
अंधेरी सुरंगों से निकलने के बाद ट्रेन दो पहाड़ियों के बीच बन रहे पुल से होकर गुजरेगी। हाल ही में पूर्व मध्य रेल के जीएम अनुपम शर्मा ने इस रूट के साथ सुरंगों का गहन निरीक्षण किया है।

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