जबलपुर (मध्यप्रदेश) –
हमारे प्रदेश में एक बहुत ही बड़ी और गौरव की बात सामने आई है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ऐलान किया है कि जबलपुर में जल्द ही ‘रानी दुर्गावती जू और रेस्क्यू सेंटर’ बनाया जाएगा। यह चिड़ियाघर खासकर उन जंगली जानवरों के लिए होगा जो घायल हो जाते हैं या बीमार हो जाते हैं। यहां उनका इलाज और देखभाल की जाएगी।
रानी दुर्गावती कौन थीं?
रानी दुर्गावती एक बहुत ही बहादुर और समझदार शासिका थीं। वो गोंडवाना राज्य की रानी थीं और उन्होंने अपने समय में 52 युद्ध लड़े, जिनमें से 51 में जीत हासिल की।
उन्होंने मुग़ल सेनापति आसिफ खान को भी तीन बार हराया।
रानी दुर्गावती न केवल एक योद्धा थीं, बल्कि बहुत अच्छी प्रशासक भी थीं। उन्होंने करीब 23,000 गांवों का सफल संचालन किया और 15 साल तक राज किया।
मुख्यमंत्री ने क्या-क्या घोषणाएं कीं?
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर जबलपुर में कई बड़ी बातें कहीं:
- रानी दुर्गावती को इतिहास में और गहराई से पढ़ाने के लिए पाठ्यक्रम में उनकी गाथा जोड़ी जाएगी।
- रानी दुर्गावती श्रीअन्न योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत किसानों को मोटे अनाज (मिलेट्स) पर ज़्यादा दाम (4000 रुपये प्रति क्विंटल) मिलेगा।
- जबलपुर में इंटरनेशनल मैराथन का आयोजन किया जाएगा।
- सबसे खास बात – जबलपुर में ‘रानी दुर्गावती जू और रेस्क्यू सेंटर’ खोला जाएगा।
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यह चिड़ियाघर और रेस्क्यू सेंटर क्यों खास है?
सोचिए, अगर कोई तेंदुआ, भालू या हिरण बीमार हो जाए या घायल हो जाए, तो उसे कहां ले जाएंगे?
अब इसका जवाब होगा – जबलपुर का ‘रानी दुर्गावती रेस्क्यू सेंटर’। यहां:
- बीमार और घायल वन्य प्राणियों का इलाज किया जाएगा
- उन्हें अच्छे से रखा जाएगा
- फिर ठीक होने पर उन्हें जंगल में वापस छोड़ा जाएगा
इससे वन्यजीव पर्यटन भी बढ़ेगा, मतलब बाहर से लोग जबलपुर घूमने आएंगे, जिससे यहां की आर्थिक स्थिति भी बेहतर होगी।
क्या है इसका मतलब आम जनता के लिए?
- रोजगार के नए मौके बनेंगे
- बच्चों को शिक्षा और जानकारी मिलेगी
- जबलपुर की पहचान और भी बढ़ेगी
- रानी दुर्गावती का सम्मान पूरे देश में और ऊंचा होगा
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अंत में – रानी दुर्गावती से हमें क्या सीखना चाहिए?
रानी दुर्गावती ने सिखाया कि हिम्मत और समझदारी से कोई भी मुश्किल आसान की जा सकती है।
वो केवल इतिहास की रानी नहीं थीं, बल्कि आज की नारीशक्ति की मिसाल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम सबको चाहिए कि रानी दुर्गावती के बलिदान से प्रेरणा लें और उनके बताए रास्ते पर चलें।”
निष्कर्ष (Summary):
- जबलपुर में बनेगा रानी दुर्गावती जू और रेस्क्यू सेंटर
- वन्यजीवों का इलाज और देखभाल यहीं होगी
- इससे पर्यटन, रोजगार और शिक्षा को फायदा होगा
- रानी दुर्गावती की वीरता और योगदान को देशभर में सम्मान मिलेगा