कांग्रेस की मु’स्लिम पालिटिक्स, बिहार में तारीक अनवर को बनाया विधान परषिद का उम्मीदवार

विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने खेला मु’स्लिम कार्ड, तारिक अनवर को बनाया MLC उम्मीदवार

पटना. काफी इंतजार के बाद आखिरकार कांग्रेस ने विधानपरिषद (Legislative Assembly) के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी. कांग्रेस पार्टी ने तारिक अनवर (Tariq Anwar) को उच्‍च सदन भेजने का फैसला लिया है. पार्टी की ओर से इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी गई है. कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी मुकुल वासनिक की ओर से लेटर जारी कर इसकी घोषणा की गई है.

जानकारों का कहना है कि चुनावी साल में विधानपरिषद की ये सीट मु’स्लिम को देकर कांग्रेस ने चुनाव में मुस्लिम वोट बेंक को साधने की कोशिश की है. कांग्रेस (Congress) के कोटे से इस बार एक उम्मीदवार ही विधानपरिषद में जा सकते हैं, लेकिन पार्टी में दावेदारों की लम्बी फ़ेहरिस्त थी. तीन हज़ार से अधिक दावेदारों ने इस सीट पर अपना दावा ठोका था, जिसमें पार्टी के कई दिग्गज नेता थे. हालांकि, विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने इस सीट पर मुस्लिम चेहरे को आगे कर दिया.

तारिक अनवर पर कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर से भरोसा जताया है. इससे पहले पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव 2019 में भी कटिहार से चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन उनको यहां हार का मुंह देखना पड़ा था. हालांकि, कटिहार लोकसभा सीट से 2014 के चुनाव में ‘मोदी लहर’ के बावजूद बीजेपी जीतने में नाकाम रही थी. 2014 में तारिक अनवर ने एनसीपी के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी.

बिहार कांग्रेस में अल्पसंख्यक नेता के तौर पर तारिक अनवर एक बड़ा चेहरा माने जाते हैं. सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर 1999 में कांग्रेस से बगावत कर एनसीपी प्रमुख शरद पवार के साथ मिलकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का गठन करने वाले तारिक अनवर ने अक्टूबर 2018 में घर वापसी की और राहुल गांधी ने उनका कांग्रेस में स्वागत किया था. इसके बाद से तारिक अनवर की गतिविधि बिहार की राजनीति में बढ़ गई थी. अब कांग्रेस ने इनको विधानपरिषद भेजकर मुस्लिम वोट बेंक को साधने की कोशिश की है.

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *