सरकार इन बच्चों की आपबीती भी सुन लो- मां कुवैत में फंसी है,पिता इंतजार करते-करते दुनिया छोड़ गए

PATNA: पंजाब के गुरदासपुर में एक खुशहाल घर। मां-बाप और तीन बच्चे। 2 लड़के और 1 लड़की। हंसी-मजाक से गुजरता हर दिन। पिता काम पर जाते, मां घर के काम में लगी रहती। बच्चे पढ़ाई में व्यस्त रहते। लेकिन एक दिन कुछ ऐसा हुआ कि खुशहाल घर पूरी तरह से तबाह हो गया। तीनों बच्चे अनाथ हो गए। इन तीनों बच्चों की आपबीती कुछ ऐसी है कि आप भी भावुक हो जाएंगे।

बच्चों ने बताया कि- उनकी मां वीना कुवैत में फंसी है। एक ट्रेवल एजेंट ने उन्हें कुवैत भेज दिया। वहां उन्हें हाऊस कीपिंग का काम करने के लिए विदेश भेजा गया। लेकिन वह अब उसे वापस नहीं बुला रहा। मां का इंतजार करते-करते पिता भी हमें छोड़कर इस दुनिया से चले गए। अब हम अनाथ हो गए हैं। बेसहारा हो गए हैं।

पिता ने मां को वापस लाने के लिए ट्रेवल एजेंट को पैसे भी दिए, लेकिन उन्हें वापस नहीं बुलाया। इस गम में पिता सुरेन्द्र कुमार की 21 मई को हार्ट अटैक से मौ’त हो गई। पिता की मौ’त के बाद उसे एक दुकान पर काम करके घर का गुजारा चलाना पड़ रहा है।

बच्चों ने बताया कि मां का फोन आता है तो फोन से सिर्फ रोने की ही आवाजें आती हैं। एक दो मिनट के बाद फोन कट जाता है। मां यही कहती है कि एजेंट मुख्तयार से मिलो वह मुझे वापस बुलाए। फोन कटने के बाद नंबर ब्लॉक कर दिया जाता है।

हमने अपनी मां को कुवैत से वापस बुलाने के लिए सरकार के चारों तरफ चक्कर काटे। पुलिस से लेकर विदेश मंत्रालय तक गुहार लगा ली। लेकिन किसी ने हमारी नहीं सुनी। अभी तक कुछ नहीं हुआ, हम बस इतना चाहते हैं कि मां को जल्द से जल्द वापस लाया जाएगा। हालांकि, थाना धारीवाल की पुलिस ने महिला को विदेश भेजने के नाम पर मानव तस्करी करने का मामला दर्ज किया है।

साभार-अमर उजाला

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