मई और जून के लिए रसोई गैस सब्सिडी नहीं मिलेगी, PM मोदी का एक और मास्टर स्ट्रोक

मई और जून के लिए रसोई गैस सब्सिडी नहीं मिलेगी, मोदी जी का एक और मास्टर स्ट्रोक

पेट्रोलियम मंत्रालय के ट्विटर हैंडल @MoPNG_eSeva से कहा गया कि मई और जून 2020 में दी जाने वाली एलपीजी रिफिल के लिए कोई सब्सिडी नहीं होगी. जब एलपीजी की कीमतों में बदलाव होता है भविष्य में, सब्सिडी को तदनुसार समायोजित किया जाएगा. यह हाल ही में सब्सिडी पर एक ग्राहक की शिकायत के जवाब में कहा गया है.

कोरोना संक्रमण की वजह से लगे लॉकडाउन पार्ट-2 के दौरान अब मई 2020 से घरेलू रसोई गैस लेने वाले उपभोक्ताओं के खाते में उसकी सब्सिडी नहीं आएगी। यानी कि जिले में ऐसे उपभोक्ता जो रसोई गैस की सब्सिडी छोड़ चुके हैं या जो इसका लाभ पिछले कई वर्ष से ले रहे हैं, इन दोनों ही तरह के उपभोक्ताओं को इस माह से एक ही दाम पर घरेलू रसोई गैस उपलब्ध होगी।

चूंकि एक मई से जिले में रसोई गैस का दाम 582.50 रुपये हो गया है, जबकि पिछले माह इसका दाम 793 रुपये था। चर्चा यह भी है कि सब्सिडी योजना बंद कर दी गई है, लेकिन ऑयल कंपनियों के अफसरों ने इस बारे में चुप्पी साध ली है।

दरअसल, पिछले माह सब्सिडी का लाभ लेने वाले ग्राहकों के खाते में 210.50 रुपये की सब्सिडी आई थी। इस बार रसोई गैस का दाम 210.50 रुपये ही कम कर दिया गया है। ऐसे में जो ग्राहक रसोई गैस की सब्सिडी ले रहे हैं या जिन्होंने स्वेच्छा से सब्सिडी छोड़ रखी है उन सभी को इस माह से एक ही दाम में रसोई गैस मुहैया होगी।

पिछले माह रसोई गैस का दाम 793 रुपये था। जिन्होंने सब्सिडी छोड़ रखी थी उन्हें 793 रुपये ही रसोई गैस के लिए चुकाने पड़ रहे थे, जबकि जिन्होंने सब्सिडी ले रखी थी उनके खाते में 210.50 रुपये पिछले माह आए। ऐसे में उन ग्राहकों को रसोई गैस 582.50 रुपये की पड़ी। इस माह रसोई गैस का दाम 582.50 रुपये कर दिया गया है।

तो खाते में सब्सिडी नहीं आएगी। यानी इस बार जिले में रसोई गैस के सभी 12 लाख उपभोक्ताओं को मई माह में एक ही दाम पर गैस मिलेगी। ऑल इंडिया एलपीजी फेडरेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष केपी मिश्र ने बताया कि यह पहला मौका है कि जब डीबीटीएल योजना लागू होने के बाद सब्सिडी छोड़ चुके और सब्सिडी लेने वाले उपभोक्ताओं को एक ही दाम पर रसोई गैस मिलेगी।

जिले में 19 किलो का कामर्शियल गैस सिलेंडर 256 रुपये सस्ता हो गया है। पिछले माह इस दाम 1392.50 रुपये था जो एक मई से 1136.50 रुपये हो गया है। वहीं पांच किलो वाले सिलेंडर का दाम 292 रुपये की बजाय 217.50 रुपये हो गया है। यानी कि इसके दाम में भी 74.50 रुपये की कमी हुई है।

मोदी सरकार पार्ट-वन के दौरान ही डीबीटीएल योजना आई थी। तब प्रयागराज में हजारों की संख्या में लोगों ने स्वेच्छा से रसोई गैस की सब्सिडी छोड़ी। हालांकि सब्सिडी लेने वालों को शुरूआत में को इसका लाभ मिला, लेकिन बीते कुछ माह के दौरान साब्सिडी लेने वालों को भी हर माह रसोई गैस का बढ़ा हुआ दाम ही देना पड़ा। क्योंकि रसोई गैस के दाम में लगातार बढ़ोतरी होती रही और खाते में आने वाली सब्सिडी कम होने लगी। जुलाई 2019 की ही बात करें तो सब्सिडी वाली घरेलू रसोई गैस 497 रुपये में उपलब्ध थी जो अप्रैल 2020 में 582.50 रुपये की हो गई। यानी कि मात्र दस माह में ही इसके दाम में 80 रुपये से ज्यादा की बढ़ोत्तरी हो गई।

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