आस्ट्रेलियन तकनीक से बन रही बिहार की दूसरी सुरंग, जानिए इस रेल सुरंग के बारे में कुछ दिलजस्प बातें

आस्ट्रेलियन तकनीक से बन रही बिहार की दूसरी सुरंग, जानिए इस रेल सुरंग के बारे में कुछ दिलजस्प बातें- बिहार की नयी रैलसुरंग बनकर तैयार होने जा रहा है । इस सुरंग के बनने का काम लगभग पूरा हो चूका है । चलिए जानते हैं इस रेल सुरंग के बारे में कुछ दिलजस्प बातें ।

मुंगेर जिले के जमालपुर-रतनपुर स्टेशनों के बीच आस्ट्रेलियन तकनीक से बनाई जा रही राज्य की दूसरी रेल सुरंग का निर्माण तेजी से चल रहा है। इस नए सुरंग के फर्श की ढलाई का काम पहले ही पूरा हो चुका है और यह सुरंग को अब अंतिम रूप दिया जा रहा है । नई सुरंग पुरानी सुरंग से 15 फीट की दूरी पर है ।

जमालपुर-रतनपुर स्टेशनों के बीच बन रहा रेल टनल पुरानी रेल टनल से चौड़ी है और इसमें यात्रियों के पैदल चलने की भी जगह कि व्यवस्था कि गई है । इस सुरंग के बुनियादी काम ख़त्म होने के बाद रेलवे ट्रैक बिछाने का काम जल्द शुरू किया जायेगा। खबरों कि माने तो नंवबर के अंत तक सुरंग को पूरी तरह तैयार हो जायेगा। सुरंग चालू हो जाने के बाद किऊल से मालदा तक 276 किमी का रेलवे ट्रैक पूरी तरह डबल हो जाएगा।

किऊल से मालदा तक दो किमी तक सिंगल लाइन पर ट्रेनें चल रही हैं, इसको छोर कर बाकि पुरे रुट में डबल लाइन है । इस टनल के शुरू हो जाने से यह रेलखंड पूरी तरह से डबल ट्रैक हो जायेगा जो काफी फायदेमंद होगा और समय का भी बचत करेगा । इस नए सुरंग की लंबाई 903 फीट तथा ऊंचाई लगभग 20 फीट है ।

डीआरएम यतेंद कुमार ने बताया कि यह पूर्व रेलवे, कोलकाता का ड्रीम प्रोजेक्ट है। नवंबर-दिसंबर के बीच तक नई सुरंग बनकर तैयार हो जाएगा। रेल संरक्षा आयुक्त की जाँच दिसंबर में होने की उम्मीद है यदि जाँच के ओके रिपोर्ट आने के उपरांत रेल सुुरंग से ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा।

इस सुरंग के चालू हो जाने के बाद किऊल से मालदा तक 276 किमी का रेलवे लाइन पूरी तरह से डबल हो जायेगा।

अभी लगभग दो किमी तक सिंगल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन हो रहा है।

नई रेल सुरंग की लंबाई पुराने सुरंग से 210 फीट ज्यादा है।

जमालपुर-रतनपुर के बीच अंग्रेजों की बनाई गई पुरानी सुरंग की तुलना में नई सुरंग को बेहतर बताया जा रहा है। यह सुरंग आस्ट्रेलियन तकनीक से बनाई गई है। खबरों की माने तो यह सुरंग को 2020 तक पूरा किया जाना था लेकिन लॉकडाउन के कारण काम में सुस्ती आ गई थी।

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