बिहार में चमकी बुखार का कहर, गोद में बेटे का शव लेकर मां बाइक से लौटी, गांव में पसरा मातम

PATNA : पिछले 47 दिनों से एसकेएमसीएच में मौ-त दर मौ-त से रूदन-क्रंदन का दौर है। दर्जनों माता-पिता गम में डूबे हैं। अपने लाल को खोने पर परिजनों के बीच मातम का मंजर है। इसके बावजूदएसकेएमसीएच प्रशासन की संवेदना नहीं जग रही है। श-व ले जाने के लिए परिजनों को श-व वाहन नहीं मिल रहे हैं।

सोमवार को एक बेबस मां को बेटे के श-व को गोद में लेकर बाइक से ही रिश्तेदार के साथ घर लौटना पड़ा। उसे एसकेएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड से शव वाहन नहीं मिला। मोतीपुर थाने के जहांगीरपुर गांव निवासी दिनेश राय की पत्नी इंद्रीश देवी सोमवार की शाम ढाई साल के पुत्र युवराज को बेहोशी की हालत में लायी थी। डॉक्टर ने देखने के साथ ही मृ-त घोषित कर दिया।

इंद्रीश देवी ने बताया कि सोमवार सुबह में बेटे की मौ-त के बाद अस्पताल कर्मियों से शव वाहन के बारे में पूछा, लेकिन किसी ने कुछ नही बताया। बच्चे की मौ-त की सूचना एक रिश्तेदार को दी। उसके साथ बाइक से बच्चे का शव लेकर घर लौटी। इधर, एसकेएमसीएच के हेल्थ मैनेजर प्रभात कुमार ने बताया कि परिजनों ने शव वाहन की मांग नहीं की थी। मांग करते तो उन्हें उपल्बध कराया जाता।

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बिहार में चमकी बुखार से अब तक 112 बच्चों की मौ-त : बिहार में ‘चमकी’ बुखार से म-रने वाले बच्चों की संख्या बुधवार को बढ़कर 112 हो गयी। चमकी बुखार एक्यूट इन्सेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) को कहा जा रहा है। एसकेएमसीएच अस्पताल में 93 और केजरीवाल अस्पताल में म-रने वालों की संख्या 19 हो गयी है। वहीं न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक भारी संख्या में पीड़ित बच्चों के साथ अभिभावक इन दोनों अस्पतालों में पहुंच रहे है। जहां अभिभावकों की ओर से अस्पताल में ओआरएस समेत अन्य सुविधाओं की कमी की बात बतायी जा रही है।

इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर जिले के एक अस्पताल का दौरा किया और इस दौरान उन्हें नाराज लोगों द्वारा की गयी नारेबाजी का सामना करना पड़ा। एसकेएमसीएच अस्पताल और केजरीवाल अस्पताल में म-रने वालों की संख्या 112 हो गयी है जबकि पड़ोसी पूर्वी चंपारण जिले में भी मंगलवार को एक बच्चे की जान गयी है। वैसे एईएस के ज्यादातर मामले मुजफ्फरपुर में सामने आये हैं, लेकिन पड़ोस के पूर्वी चंपारण और वैशाली जैसे जिलों में भी इस तरह के मामलों की खबर है।

इससे पहले, मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉ। शैलेश प्रसाद ने बताया था कि मंगलवार देर शाम तक एईएस (चमकी बुखार) से म-रने वाले बच्चों की संख्या 109 हो गयी है, जिनमें से श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) में 90 बच्चों और केजरीवाल अस्पताल में 19 बच्चों की मौ-त हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को एसकेएमसीएच पहुंचकर हालात का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों और चिकित्सकों के साथ बैठक की तथा कई आवश्यक निर्देश दिए।

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