दिल्ली में फिर बनेगी केजरीवाल की सरकार, BJP-कांग्रेस की हार निश्चित

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीख का एलान कर दिया गया है. अब सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर इस बार दिल्ली में किस पार्टी की सरकार बनेगी और कौन मुख्यमंत्री बनेगा. इसी सवाल का जवाब जानने के लिए ABP न्यूज़ ने सीवोटर के साथ मिलकर सर्वे किया है और दिल्ली की जनता की नब्ज टटोलने की कोशिश की है.

पिछला विधानसभा चुनाव अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के नाम रहा था. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की कुल 70 में से अकेले 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी. बाकी बची तीन सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया था. कांग्रेस का खाता खाली रह गया था.

ABP न्यूज़-सीवोटर के सर्वे की मानें तो आम आदमी पार्टी एक बार फिर दिल्ली में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है और वह दोबारा सरकार बना सकती है. हालांकि आम आदमी पार्टी को सीटों का नुकसान उठाना पड़ सकता है. सर्वे के मुताबिक कुल 70 में से आम आदमी पार्टी को 59 सीटें मिल सकती हैं. यानी उसे आठ सीटों का नुकसान हो सकता है. दिल्ली में सरकार बनाने के लिए 36 सीटें चाहिए. आम आदमी पार्टी के अलावा बीजेपी इस बार के विधानसभा चुनाव में आठ सीटें जीत सकती है. यानी उसे पांच सीटों का फायदा होगा. वही कांग्रेस तीन सीटें जीत सकती है.

सेंट्रल दिल्ली में आप को 17, बीजेपी को दो और कांग्रेस के खाते में एक सीट जा सकती है. आउटर दिल्ली में आप को 26, बीजेपी को तीन और कांग्रेस के खाते में एक सीट जा सकती है. यमुना पार रीजन में आप को 16, बीजेपी को तीन और कांग्रेस को एक सीट मिल सकती है.

आम आदमी पार्टी के खाते में 53.30 फीसदी, बीजेपी के खाते में 25.90 फीसदी, कांग्रेस के खाते में 4.7 फीसदी और अन्य के खाते में 16.2 फीसदी सीटें जाने का अनुमान है. पिछली बार आप को कुल 54.34 फीसदी वोट मिले थे. बीजेपी को 32.19 फीसदी वोट मिले थे. वहीं कांग्रेस को 2015 के विधानसभा चुनाव में महज 9.65 फीसदी वोट मिले थे. साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 की 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. बीजेपी ने 69 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. वहीं कांग्रेस ने भी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. 70 विधानसभा सीटों में से 58 सीटें सामान्य केटेगरी की हैं. जबकि 12 सीटें आरक्षित हैं.

दिल्ली विधानसभा चुनाव का नोटिफिकेशन 14 जनवरी को जारी किया जाएगा. नामांकन की आखिरी तारीख 21 जनवरी होगी. नामांकन की स्क्रूटनी की आखिरी तारीख 22 जनवरी होगी. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 24 जनवरी है. इस बार कुल 1,46,92,136 वोटर्स इस बात का फैसला करेंगे कि दिल्ली में किसकी सरकार बनेगी. वोटिंग के लिए 13750 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे. दिल्ली में 2869 जगहों पर वोटिंग होगी. विधानसभा चुनाव में कुल 90 हजार कर्मचारी तैनात किए जाएंगे. इस बार बुजुर्ग वोटर्स पोस्टल बैलेट से वोट दें पाएंगे. उन्हें पांच दिन पहले अपना पर्चा भरना पड़ेगा.

(ABP न्यूज़ ने सी-वोटर के साथ मिलकर ये सर्वे किया है और इसके लिए 13,076 लोगों से बात की गई है. इसके तहत 1 जनवरी 2020 से 6 जनवरी 2020 के बीच लोगों से बात की गई है.)

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