कर्नाटक: टूट के कगार पर कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन, बीजेपी को बाहर से समर्थन देगी जेडीएस !

कर्नाटक में करीब 3 हफ्ते तक चले सियासी नाटक के बाद बीजेपी के बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। सरकार स्थिर बनाए रखने के लिए 29 जुलाई को उन्हें विधानसभा में फ्लोर टेस्ट पास करना होगा। इस बीच खबर है कि जेडीएस के कुछ विधायकों ने एच डी कुमारस्वामी से कर्नाटक में बीजेपी सरकार को बाहर से समर्थन देने की मांग की है। हालांकि विधायकों का कहना है कि इस बारे में आखिरी फैसला कुमारस्वामी ही लेंगे।

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कर्नाटक के पूर्व मंत्री और जेडीएस के कद्दावर नेता जी टी देवगौड़ा ने कहा कि विधायकों ने बैठक में कहा कि कांग्रेस ने पिछली बार आरोप लगाया था कि जेडीएस बीजेपी की बी टीम है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जेडीएस उम्मीदवारों के खिलाफ प्रचार किया था। लोकसभा में पार्टी की हार सिर्फ कांग्रेस के साथ गठबंधन की वजह से हुई थी। जी टी देवगौड़ा ने कहा कि विधायकों की बैठक में एच डी कुमारस्वामी बोले की सभी 34 विधायकों को एक साथ रहना चाहिए।

विधायकों ने कहा कि चुनाव में कर्नाटक की जनता ने हम लोगों को इस लिए चूना था कि उन्हें लगा कि जेडीएस बीजेपी का समर्थन करेगी। लेकिन हम लोगों ने कर्नाटक की जनता को निराथ किया। अब वो गलती सुधारने का समय है और हमें बीजेपी का समर्थन करना चाहिए। इस विषय पर अंतिम फैसला एच डी कुमारस्वामी को करना है।

बता दें कि एच डी कुमारस्वामी भी कई मौके पर कहते रहे हैं कि वो विषपान कर रहे हैं। लेकिन कर्नाटक की जनता के लिए वो काम करते रहेंगे। वहीं जेडीएस के नेता भी लगातार सिद्धारमैया पर आरोप लगाते रहे कि वो सरकार के कामकाज में अनावश्यक दखल देते हैं।

आपको बताते चलें कि कर्नाटक के नवनियुक्त सीएम बीएस येदियुरप्पा को 29 जुलाई को विधानसभा में बहुमत परीक्षण पास करना है। फिलहाल 3 विधायकों को अयोग्य घोषित करने के बाद असेंबली की स्ट्रेंथ अब भी 222 बनी हुई है। बहुमत साबित करने के लिए येदियुरप्पा को 112 विधायकों का समर्थन चाहिए होगा। ऐसे में जरूरी है कि बागी विधायक येदियुरप्पा की सरकार के समर्थन में या तो वोट डालें या फिर सदन की कार्यवाही में हिस्सा ना लें। ऐसे में सदन का संख्याबल कम हो जाएगा और येदियुरप्पा सदन में बहुमत साबित कर लेंगे।

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