मोदी सरकार के खिलाफ बोलना पप्पू यादव को पड़ा महंगा, केंद्र सरकार ने सेंट्रल सुरक्षा हटाई

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कई नेताओं को केंद्रीय सूची (सीआरपीएफ सुरक्षा प्राप्‍त) से हटा दिया है। इसमें राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सांसद सतीश चंद्र मिश्रा, यूपी बीजेपी के नेता संगीत सोम, बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी की सुरक्षा घटा दी गई है। यूपी सरकार के मंत्री सुरेश राणा, एलजेपी सांसद चिराग पासवान, पूर्व सांसद पप्पू यादव की सुरक्षा में भी कटौती की गई है।

जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मधेपुरा से पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के सुरक्षा में भी कटौती की गई है। उनसे सीआरपीएफ कवर को वापस ले लिया गया है, और सुरक्षा को घटा कर y श्रेणी का कर दिया गया है। इसके तहत अब उनके सुरक्षा में सेंट्रल का कोई जवान नहीं रहेगा। अब उनके सुरक्षा में सिर्फ बिहार पुलिस और बिहार मिलिट्री पुलिस के जवान ही रहेंगे।

 

आपको बता दें कि दबंग छवि के पप्पू यादव बिहार के कद्दावर नेताओं में गिने जाते हैं। पप्पू यादव जनता के बीच सबसे ज्यादा समय बिताने के लिए प्रसिद्ध हैं। वो हमेशा केंद्र और राज्य सरकार पर उनकी गलत नीतियों के कारण हमलावर रहते हैं। राजनितिक हलकों में कयास लगाया जा रहा है कि हर बात में सरकार को घेरने की आदत के वजह से ही उनके सुरक्षा में कटौती की गई है।

बिहार में बाढ़ को लेकर आज भी उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है। पप्पू यादव ने कहा कि “देश – विदेशों में पैसा बांट कर अपनी दया दिखाने वाले पीएम मोदी जी, बिहार के बाढ़ पीडि़त लोगों पर आपको दया क्‍यों नहीं आती? क्‍यों आपको बिहार के बच्‍चों की मौत पर एक ट्विट का भी फुर्सत नहीं है? ये बिहार की जनता आपसे जानना चाहती है।”

बताते चले कि भारत के प्रतिष्ठित व्यक्तियों के लिए इस प्रकार कि सुरक्षा दी जाती है। किसी भी प्रकार का VIP को खतरा ना हो इसलिए उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाती है। जिसमें से कुछ को Z plus की सुरक्षा मिलती है Z श्रेणी कि इत्यादि। यहीं आपको बता दें कि किसी राजनीतिक या विशिष्ट व्यक्ति को वीआईपी सुरक्षा देने का फैसला खतरे के आकलन के बाद होता है| खुफिया विभागों द्वारा खतरे के आकलन के बाद यह निर्णय लिया जाता है कि किस व्यक्ति को किस प्रकार की सुरक्षा प्रदान की जाएगी| भारत में सुरक्षा व्यवस्था को चार श्रेणियों में विभाजित किया गया है: जेड प्लस (Z+) (उच्चतम स्तर), जेड (Z), वाई (Y) और एक्स (X)| खतरे के आधार पर वीआईपी सुरक्षा पाने वालों में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक, पार्षद, नौकरशाह, पूर्व नौकरशाह, जज, पूर्व जज, बिजनेसमैन, क्रिकेटर, फिल्मी कलाकार, साधु-संत या आम नागरिक कोई भी हो सकता है।

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