शिक्षक पहले पढ़ाएंगे, स्कूल में छुट्टी होने के बाद जाति गणना करने जाएंगे, DM साहब का आदेश जारी

जाति गणना पर पटना हाई कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला आने के बाद बिहार में एक बार फिर से लगभग 89 दिनों के बाद जाति गणना का काम जोर-शोर से शुरू हो चुका है. पटना के डीएम चंद्रशेखर ने दावा किया है कि 7 दिन के अंदर बचे हुए काम को पूरा कर लिया जाएगा. बुधवार को वे अधिकारियों के साथ खुद कई घर गए और जाति गणना को लेकर चल रहे काम का जायजा लिया. फुलवारी शरीफ में पत्रकारों से बात करते हुए डीएम ने कहा कि सारी तैयारियां कर ली गई है शिक्षकों को साफ आदेश दिया गया है कि वे पहले स्कूल में बच्चों को पढ़ाएंगे फिर छुट्टी होने के बाद काम में शामिल होंगे.

आसान भाषा में कहा जाए तो पटना के डीएम ने साफ कर दिया कि जाति गणना कार्य के लिए किसी भी शिक्षक को स्कूल छोड़कर आने की जरूरत नहीं है. डीएम ने बताया कि पहले दिन 61810 परिवारों की गिनती की गई है. उन्होंने बताया कि पटना को 45 चार्ज में बांटा गया है और जहां लगभग सभी परिवारों की संख्या 1369000 है. यहां लगभग 7300000 लोग रहते हैं.

पटना के डीएम चंद्रशेखर ने बताया कि पहले चरण में हम लोगों ने पटना के सभी 45 चार्ज में 935507 परिवारों की गणना की थी. अब बच्चे हुए घर 433493 है जहां पर गिनती का काम किया जा रहा है.

बताते चलें कि 2 दिन पहले ही बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के सबसे बड़े अधिकारी केके पाठक ने पत्र जारी कर कहा था कि शिक्षकों को गैर शैक्षणिक काम में नहीं लगाए जाएं क्योंकि स्कूल का पठन-पाठन बाधित होता है. हालांकि पटना हाई कोर्ट का फैसला आने के बाद उन्होंने दोबारा एक और पत्र जारी किया था और कहा था कि शिक्षकों को जाति गणना काम में लगाया जा सकता है.

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