रंगीन रोशनी से नहाए पटना के गंगा घाट, अशोक राजपथ पर लोग नहीं ले जा सकेंगे गाड़ी

PATNA : नहाय-खाय के साथ बुधवार से महापर्व छठ की शुरुआत हाे गई है। गुरुवार को खरना होगा। व्रती शुक्रवार की शाम पहला और शनिवार की सुबह दूसरा अर्घ्य देंगे। काेराेना संक्रमण से बचाव के लिए व्रतियाें से घर पर ही व्रत करने की अपील के साथ ही प्रशासन ने गंगा घाटाें पर मुकम्मल तैयारी की है। पानी के अंदर सुरक्षा घेरा, वाच टावर, कंट्रोल रूम बनाने के साथ ही लाइट की व्यवस्था की गई है। लेकिन, पैदल चलने में समर्थ व्रती और श्रद्धालु ही गंगा घाट पर जा सकेंगे। कारण, प्रशासन ने अशोक राजपथ पर गाड़ियों का परिचालन बंद कर रखा है। इस रोड से जुड़े 114 लिंक पथों पर ड्रॉप गेट लगाया गया है। सभी जगह मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। यहां श्रद्धालुओं की गाड़ी को अशोक राजपथ इलाके में प्रवेश से रोका जाएगा। डीएम कुमार रवि ने कहा कि गाड़ी से आने वाले श्रद्धालुओं को विनम्रतापूर्वक घर पर महापर्व करने की अपील की जा रही है, ताकि कोरोना संक्रमण के खतरे से बचा जा सके। जिन्हें घर पर महापर्व करने की सुविधा नहीं है, वही गंगा घाट पर जाएं। कम भीड़ होने हाेने पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन हाे सकेगा।

लोक आस्था के महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान बुधवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया। गुरुवार को व्रती निर्जला उपवास रखकर खरना करेंगे। खरना में दूध, अरवा चावल व गुड़ से बनी खीर व रोटी का भोग लगाया जाता है। इसके बाद व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाएगा। शुक्रवार को अस्ताचलगामी और शनिवार को उदयगामी सूर्य को अर्घ्य देकर छठव्रती पारण करेंगे। इसके साथ ही चार दिवसीय अनुष्ठान का समापन होगा। बुधवार को नहाय-खाय को लेकर गंगा घाटों पर गंगाजल ले जाने को लेकर भीड़ रही। इस दाैरान प्रशासन द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पालन कराया गया। छठव्रती कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाए …, केलवा के पात पर उगलन सूरजदेव… गीत भी गाते चल रही थीं। इससे पूरा इलाका भक्तिमय हो गया। छठव्रतियों ने नहाय-खाय के दिन गंगाजल से चावल, चने की दाल, कद्दू की सब्जी बनाकर खाया और लोगों को भी प्रसाद के रूप में खिलाया। गंगा घाट पर गाड़ी से नहीं जाना है, इसलिए पार्किंग की सुविधा नहीं दी गई है। अशोक राजपथ स्थित लिंक रोड पर पहुंचने के बाद श्रद्धालु अपनी गाड़ी से उतर कर पैदल चलेंगे। गाड़ी पार्किंग की जगह नहीं होने के कारण वापस भेजना होगा। कोरोना संक्रमण की वजह से प्रशासन लगातार व्रतियों से घर पर ही छठ पूजा करने की अपील कर रहा है। लेकिन, जिनके घर पर पूजा करने में कठिनाई है, उनके लिए गंगा घाटों और तालाबों में पूरी व्यवस्था की गई है। बुधवार की शाम तक तैयारी पूरी हो गई है। संपर्क पथों के साथ ही पानी में बैरिकेडिंग और लाइटिंग का काम पूरा हो गया है। बुधवार की शाम गंगा घाट रंगीन रोशनी से जगमग हो उठे। हालांकि घाटों पर वाहन पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई है।

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