झूठ बोलकर बुरे फंसे PM मोदी, अक्षय कुमार को दिए इंटरव्यू में सच को खुद किया स्वीकार

PATNA : पीएम मोदी जहाँ हो वहां कुछ न कुछ विवाद होना तय है। कभी किसी डाटा के नाम पर तो कभी तथ्य के साथ भरम फैलाने के नाम पर। कभी नेहरू-पटेल के नाम पर तो कभी भगत सिंह के नाम पर। एक तरह से कहा जाय तो उनसे अधिक कंट्रोवर्सल नेता आज तक नहीं हुआ है। जानकारों की माने तो पीएम मोदी कब क्या बोल जाय शायद उन्हे भी नहीं पता।

ताजा मामला यह है है की पीएम बनने के बाद संसद में पहुंचने के बाद उन्होंने कहा था आज पहली बार पार्लियामेंट आया हूँ। अब मोदीजी ने अपने एक इंटरव्यू में कहा की पहले भी संसद जाता रहा हूँ।

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mediavigil में प्रकाशित एक खबर के अनुसार जब नरेन्द्र मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव में संसदीय दल के नेता चुने गए और प्रधानमंत्री बनकर पहली बार संसद भवन पहुंचे तो उन्होंने संसद भवन के गेट पर माथा टेका था। सेवकजी ने आखों में आंसू लाकर पूरी दुनिया को बताया था कि उन्होंने लोकतंत्र के इस मंदिर में आजतक कदम नहीं रखा था। पांच साल बाद अक्षय कुमार को दिए इंटरव्‍यू में अबउन्‍होंने अपना झूठ खुद कुबूल कर लिया है।

रील अभिनेता अक्षय कुमार के साथ अगंभीर व अराजनीतिक साक्षात्कार में प्रधानसेवक जी ने अपने बनाए झूठ का खंडन करके सत्य को सबके सामने रख दिया। रील अभिनेता अक्षय कुमार के एक प्रश्न कि आपका विपक्षी पार्टी में कोई दोस्त है या नहीं, (वीडियो 19.46 मिनट से), तो इसके जवाब में रीयल अभिनेता नरेन्द्र भाई मोदी कहते हैं- बहुत अच्छे दोस्त हैं, हमलोग साल में एक-आध बार आज भी खाना खाते हैं, खैर वह फॉर्मल होता है…बहुत पहले की बात है तब मैं मुख्यमंत्री भी नहीं था… शायद किसी काम से मैं पार्लियामेंट गया था। गुलाम नबी आजाद और मैं बड़े दोस्ताना अंदाज में गप्पें मार रहे थे और हम बाहर निकल रहे थे तो मीडिया वालों ने पूछा कि भाई तुम तो आरएसएस के हो, फिर गुलाम नबी से तुम्हारी दोस्ती कैसे है? फिर गुलाम नबी ने अच्छा जवाब दिया, बहुत अच्छा जवाब दिया! हम दोनों खड़े थे। उन्होंने कहा कि बाहर जो आपलोग सोचते हो, ऐसा नहीं है… शायद एक फैमिली के रूप में हम जुड़े हुए हैं… सभी दलों के लोग, शायद आप बाहर कल्पना नहीं कर सकते।

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