जनकपुरधाम में राम विवाहोत्सव की तैयारी पूरी, हुआ मटकोर, विवाह पंचमी आज

कोसी दियारा क्षेत्र स्थित जयदेव सल्हैता उच्च विद्यालय बड़ियरबा के प्रांगण में 5 दिवसीय विवाह पंचमी महोत्सव की तैयारी पूरी कर ली गई है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम, जनक नंदनी मां सीता, लक्षण, भरत, शत्रुघ्न, राजा जनक, गुरु वशिष्ठ सहित अन्य देवी-देवताओं की भव्य और आकर्षक प्रतिमाएं बनाई गई है। मेला कमेटी के अध्यक्ष सह डारह पंचायत के मुखिया नागेश्वर प्रसाद सल्हैता ने बताया कि विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी राम-सीता विवाहोत्सव भक्तिपूर्ण वातावरण में धूमधाम से मनाया जा रहा है। शनिवार को कुमरम की रश्म अदा की गई। उन्होंने बताया कि रविवार को आकर्षक झांकी के साथ भगवान राम की बारात निकाली जाएगी। बारात का परिभ्रमण बड़ियरबा, द्वालख, जानकीनगर, बलुआहा, मेहशा, कोरियाधांत, डारह, चटनमा, बनाही आदि गांवों से कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि पांच दिवसीय मेला के दौरान दोपहर से शाम तक दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। जिसमें स्थानीय पहलवानों के अलावे देश के विभिन्न हिस्सों के महिला एवं पुरुष पहलवानों को आमंत्रित किया गया है। दिनभर भजन, कीर्तन, अध्यात्मिक प्रवचन और रात के समय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन किया जाएगा। मेला परिसर के विशाल मैदान में रंग बिरंगी दुकानों के साथ लगाई गई भिन्न भिन्न तरह की झूला दर्शकों को आकर्षित कर रहा है। विवाह पंचमी महोत्सव के सफल संचालन में चंद्र किशोर सल्हैता, कपलेश्वर यादव, जय किशोर सल्हैता सहित अन्य ग्रामीण युवा मनोयोग से लगे हुए हैं।

अयोध्या से आए हुए बारातियों का नेपाली राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी ने किया स्वागत : सात दिवसीय विवाह पंचमी मह्येत्सव केचौथे दिन भारत के अयोध्या से आए हुए बारातियों को नेपाल के राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडरी ने शक पहुंचकर स्वागत व सम्मान किया। विवाह पंचमी महोत्सव में शामिल होने के लिए आए हुए बारातियों के स्वागत जनकपुरधाम स्थित रणभूमि मैदान बरबीघा में आयोजित कार्यक्रम में रष्ट्रपति भंडारी ने ब्यरातियों को अंग वस्त्र व फूल माला से सम्मानित किया।

उन्होंने ऋषि विश्वामित्र की भूमिका में अयोध्या के संत रामेश्बर दास जी महाराज, दशरथ की भूमिका में कन्हैया दास तथा साध्वी राधा देवी, नीलम देवी समेत समस्त बारातियों का स्वागत किया। उसी मंच से राष्ट्रपति भंडारी ने जानकी मंदिर के महंथ तपेश्वर दास वैष्णव को जप भराम में अवस्थित रामानंद द्वार का प्रतीक चिह्न देकर सम्मनित किया। उसी कार्यक्रम में मिथिला नाट्य कलापरिषद के कलाकारों झ्वरा जानको लीला नाम के गीत नाटक प्रस्तुत क्रिवा। कार्यक्रम में उपस्थित संस्कृति पर्यटन तथा

नागरिक उड्डवन मंत्री योगेश भटराय ने कहा कि विवाह पंचमी महोत्सव ने पूर्वी सभ्यता साथ ही नेपाल भारत के संबंध को अकश्षण बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करती है। कार्वेक्रम से पूर्व फ्ट्रपति भंडारी ने विश्व प्रसिद्ध जानको मंदिर में करीब 20 मिनट तक पूजा पाठ की। राष्ट्रपति को जानकी मंदिर के छोटे महंथ राम रौशन दास बैष्णबी पूजा-पाठ कराया। 2 नंबर प्रदेश के मुख्यमंत्री लल बाबू राउत, गृह मंत्री गजेंद्र कुमार बादबव ने राष्ट्रपति का जनकपुर में स्वागत किया।

सात दिवसीय विवाह पंचमी पर जनकपुरधाम में हुआ मटकोर : जनकपुरधाम में सात दिवसीय विवाह पंचमी के पांचवे दिन शनिवार को मटकोर कार्यक्रम हुआ। पवित्र गंगासागर तालाब में मटकोर कार्यक्रम सम्यन्न डर गाजा बाजा के साथ भब्य रूप से गंगासागर तालाब में मिथिला के रीति रिजाज के भगवान राम व मां सीता के बिवाह को लेकर मटकोर हुआ। रविधार एक दिसंबर को जनकपुरधाम स्थित जानकी मंदिर में सोयम्बर व थिवाहएंचमी कार्यक्रम होगा। विजह पंचमी को लेकर जनकपुरधाम में बारातियों के स्वागत को लेकर भव्य स्वागत की तैयारी की गहँ है। जनकपुरधाम में सुरक्षा को लेकर कड़े प्रबंध किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर सेमा जवान व नेपाली प्रहही को लगावा गया है। जनकपुर में दर्जनों जग्ह तोरण द्वार बनाया गया है।

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