शाहिदा परवीन के जज्बे को सलाम, कहा- कोरोना का खात्मा होने के बाद ही करूंगी शादी

ये शाहिदा है, उत्तराखंड पुलिस में एसआई है, ऋषिकेश के मुनि की रेती थाने में पोस्टेड हैं, 5 अप्रैल को।इनका निकाह होना था लेकिन शाहिदा ने प्रण लिया है कि जब तक कोरोना ख़त्म नही होता तब तक ये निकाह नही करेंगी। वहीं शाहिदा ने अपनी छुट्टी भी कैंसिल करा कर ड्यूटी जॉइन कर लिया और लगातार क्वारंटाइन लोगों की देख भाल कर रही हैं

कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले लगातार देश में बढ़ते जा रहे हैं. वहीं, इसके प्रकोप को रोकने के लिए पुलिसकर्मी भी पूरी शक्ति के साथ ड्यूटी (Duity) पर मुस्तैद हैं. कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने के लिए कई पुलिसकर्मियों ने अपनी छुट्टी तक कैंसिल करवा ली है. वहीं, कई पुलिस वालों ने अपने घर पर आयोजित होने वाले समारोह की तिथि को भी आगे बढ़ा दिया है. एक ऐसी ही कर्मवीर एसआई हैं शाहिदा परवीन.

जानकारी के मुताबिक, शाहिदा परवीन अभी ऋषिकेश के मुनि की रेती थाने में तैनात हैं. उनकी 5 अप्रैल को शादी होनी थी, लेकिन कोरोना में ड्यूटी लगने के चलते शाहिदा ने निकाह की तारीख को स्थगित कर दिया. फिलहाल, वह कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में ड्यूटी कर रही हैं. एसआई शाहिदा का कहना है कि मेरे लिए मेरा देश और मेरी ड्यूटी सबसे पहले है. उनकी माने तो इस फैसले से उनके परिवार वाले भी शाहिदा के साथ खड़े हैं.

‘…तब तक मैं शादी नहीं करुंगी’

शाहिदा ने बताया कि जब तक कोरोना का खात्मा नहीं हो जाता तब तक मैं शादी नहीं करुंगी. शाहिदा लगातार मुनि की रेती क्षेत्र में क्वॉरेंटाइन हुए लोगों की देखरेख में लगी हुई हैं. वह लगातार अपनी सेवाएं उत्तराखंड पुलिस को दे रही हैं.  महिला एसआई के इस जज्बे को देखकर पूरा स्टाफ भी उनकी तारीफ करते हुए नहीं थक रहा है.

एक कर्मवीर पुलिसकर्मी की कहानी राजस्थान में आई थी

बता दें कि कुछ इसी तरह का एक कर्मवीर पुलिसकर्मी की कहानी राजस्थान में आई थी. कोरोना वॉरियर कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार अब समाज के लिए एक उदाहरण बन गए हैं. दरअसल, 15 दिन पहले धर्मेंद्र बाइक एक्सीडेंट में घायल हो गए थे. इस एक्सीडेंट में उनके एक हाथ में फ्रेक्चर हो गया. इसके बावजूद भी वे अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटे. वो सुभाषनगर थाने में तैनात हैं और अपनी ड्यूटी बखूबी कर रहे हैं. एएसपी राजेश मीणा ने बताया कि धर्मेंद्र कुमार ने खुद लॉकडाउन में ड्यूटी के लिए आग्रह किया था. ऐसे में वो भी मना नहीं कर सके. हालांकि, डॉक्टर्स ने हाथ फ्रेक्चर होने पर प्लास्टर बांधते हुए कुछ दिन आराम की सलाह दी थी. इस बीच शहर में कर्फ्यू लग गया. ऐसे में धर्मेंद्र की इच्छा ड्यूटी देने के लिए जागी. सुभाषनगर थानाधिकारी नवनीत व्यास समेत अन्य अधिकारियों से अपनी ड्यूटी लगाने का आग्रह किया और काम पर आ गए.

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