कोरोना को लेकर सीएम नीतीश का बड़ा फैसला, कहा- बिहार के सभी लोगों का कोरोना जांच होगा

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में सभी लोगों की कोरोना जांच कराई जाएगी। बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही है। फिलहाल प्रतिदिन 1 लाख से अधिक सैंपल जांच के लक्ष्य पर काम हो रहा है। नीतीश, मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की गई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल थे। नीतीश ने प्रधानमंत्री को बिहार में कोरोना संक्रमण को रोकने के उपायों की जानकारी दी। उन्होंने पीएम से आरटीपीसीआर सैंपल जांच क्षमता बढ़ाने के लिए दो कोवास-8800 मशीन के साथ 5000 ऑक्सीजन कन्संट्रेटर और 3000 हाई फ्लो नेजल कैनुला उपलब्ध कराने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पॉजिटिव केस की दर 7.5 प्रतिशत से घटकर 5 प्रतिशत पर आ गई है। मृत्यु दर सिर्फ 0.54 प्रतिशत है। प्रतिदिन 75 हजार से अधिक जांच हो रही है। अब आरटीपीसीआर से अधिक टेस्ट का प्रयास हो रहा है। अभी आरटीपीसीआर से 6100 जांच हो रही है। जल्द ही 10 आरटीपीसीआर मशीन और आरएन एक्सट्रक्टर मशीन की खरीद होगी। इससे 5000 जांच का इजाफा होगा। 5 और सरकारी मेडिकल कॉलेजों में आरटीपीसीआर जांच की व्यवस्था हो रही है। इससे प्रतिदिन जांच की संख्या 2300 और बढ़ेगी। केंद्र से दो कोवास-8800 मशीन मिलने पर यह क्षमता बढ़कर प्रतिदिन 20600 जाएगी।

केंद्र से मांग : दो कोवास-8800 मशीन। इससे प्रतिदिन जांच की संख्या में 7200 का इजाफा होगा। 10 लीटर अथवा अधिक की क्षमता वाले 5000 आॅक्सीजन कान्सन्ट्रेटर, ताकि आॅक्सीजनयुक्त बेड बढ़ें। 3000 हाई फ्लो नेजल कैनुला। जिससे ऑक्सीजन की जरूरत वाले मरीजों का इलाज आसान

इलाज की त्रि-स्तरीय व्यवस्था, 70 हजार बेड की कोशिश
मुख्यमंत्री ने कहा कि त्रि-स्तरीय इलाज की व्यवस्था की गई है। 310 कोविड केयर, 150 डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर और 10 मेडिकल कॉलेजों में डेडिकेटेड कोविड हेल्थ अस्पताल कार्यरत हैं। इनमें 32124 बेड हैं। इनकी संख्या बढ़ाकर 70 हजार करने की कोशिश है।

बिहटा-मुजफ्फरपुर में कोविड अस्पताल के लिए धन्यवाद
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम केयर फंड से बिहटा-मुजफ्फरपुर में 500 बेड के दो कोविड अस्पतालों के लिए हम केंद्र को धन्यवाद देते हैं। जुलाई से बिहार में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ा हैं। राज्य का जनसंख्या घनत्व 1102 है, जो राष्ट्रीय औसत 382 से काफी अधिक है।

बिहार में स्थिति : रैपिड एंटीजन किट से 65 हजार जांच
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोज 6100 जांच आरटीपीसीआर मशीन से हो रही है। इसमें सरकारी जांच केंद्रों पर 4900 और निजी जांच केंद्रों पर 1200 जांच होते हैं। ट्रू-नेट मशीन से 4400 जांच, रैपिड एंटीजन किट से 65 हजार जांच होती है। जांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक में हो रही है।

पीएम बाेले-72 घंटे में संक्रमण पहचान लें तो बदल जाएंगे हालात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, प. बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब, बिहार, गुजरात, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से काेरोना की जानकारी ली। उन्होंने कहा, देश के सक्रिय 6 लाख मरीजों में से 80% तो 10 राज्यों में हैं। अगर सभी मिलकर इन राज्यों में कोरोना को हरा दें तो देश भी महामारी से जीत जाएगा। “विशेषज्ञ कह रहे हैं कि अगर हम शुरुआत के 72 घंटों में ही कोरोना मामलों की पहचान कर लें, तो ये संक्रमण काफी हद तक धीमा हो जाता है। इसे दिल्ली में लागू कर बाजी पलट दी है।’ ऐसा हम टेस्टिंग बढ़ाकर ही कर सकते हैं।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *