स्कूल टीचर बनी IPS, पेट में था 9 महिने का बच्चा, फिर भी लिया UPSC परीक्षा देने का फैसला, रैंक 308

NEW DELHI – साल 2010 में पूनम ने फिर यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा दी। इस बार भी क्रैक की, मगर आईएएस-आईपीएस की बजाय आईआरपीएस बन सकीं। साल 2011 में तीसरे प्रयास पूनम दलाल दहिया यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की प्री भी पास नहीं कर पाई थी। साल 2015 में 33 साल की उम्र में पूनम ने चौथा प्रयास किया।

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पूनम दलाल दहिया का परिवार हरियाणा के झज्जर का रहने वाला है. हालांकि उनका जन्म दिल्ली में हुआ था और उनकी पढ़ाई-लिखाई भी वहीं से हुई. 2002 में 12वीं बोर्ड परीक्षा में सफल होने के बाद उन्होंने 2 साल का JBT कोर्स (जूनियर बेसिक ट्रेनिंग) किया था. फिर उन्होंने 2 साल तक रोहिणी के एमसीडी स्कूल में बतौर शिक्षिका काम किया था. नौकरी के साथ ही उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन भी किया था

पूनम दलाल दहिया ने सरकारी नौकरी (Sarkari Naukri) के लिए कई प्रतियोगी परीक्षाएं दी हैं. उन्होंने कई बैंक PO परीक्षाएं भी दी थीं. उन्होंने तीन सालों तक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में प्रोबेशनरी ऑफिसर (Bank PO Exam) के तौर पर काम किया था. साल 2006 में SSC परीक्षा में 7वीं रैंक हासिल कर उन्हें इनकम टैक्स विभाग में नौकरी मिल गई थी. इसके बाद यूपीएससी परीक्षा के लिए उनका आत्मविश्वास बढ़ गया था.

साल 2007 में पूनम दलाल दहिया की शादी नई दिल्ली के कस्टम एक्साइज विभाग में काम करने वाले असीम दहिया से हुई थी. उनके पति ने उन्हें आगे बढ़ने के लिए काफी सपोर्ट किया. साल 2009 में यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) के पहले प्रयास में सफल होकर उन्हें रेलवे डिवीजन (RPF) मिला था. लेकिन उन्होंने जॉइन न करके अपनी तैयारी जारी रखी. साल 2010 में दूसरे अटेंप्ट में उन्हें फिर रेलवे विभाग मिला था. इस बार IRPS रैंक मिली थी.

इस बीच 2011 में पूनम दलाल दहिया हरियाणा PSC परीक्षा (PSC Exam) पास कर हरियाणा पुलिस में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट के तौर पर शामिल हो गई थीं. इसके साथ ही उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी भी जारी रखी थी. 2011 के अटेंप्ट में वह यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर पाई थीं. तब तक वह 30 साल की हो चुकी थीं और इस हिसाब से यह उनका आखिरी प्रयास था

कहते हैं कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती है. पूनम दलाल दहिया के मामले में यह बात बिल्कुल फिट बैठती है. 2015 में केंद्र सरकार ने 2011 की यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam Attempts) में शामिल हुए सभी अभ्यर्थियों को एक और अवसर प्रदान करने का अवसर दिया था. दरअसल, 2011 में यूपीएससी एग्जाम पैटर्न में बदलाव होने की वजह से अभ्यर्थियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी थी. इसके बाद कई उम्मीदवारों ने पिटीशन दायर की थी.

2015 में 33 साल की उम्र में पूनम दलाल दहिया ने यूपीएससी परीक्षा पास कर ली थी. इसमें प्रीलिम्स परीक्षा में उन्हें 275 मार्क्स मिले थे. तब वह फुल टाइम यानी 9 महीने प्रेगनेंट थीं. यूपीएससी मेन्स परीक्षा के दौरान उनका बच्चा सिर्फ ढाई-तीन महीने का था. इसमें उन्होंने 897 मार्क्स के साथ 308वीं रैंक हासिल की थी (UPSC Mains Result). फिलहाल वह हरियाणा पुलिस में ASP के तौर पर कार्यरत हैं.

नम दलाल दहिया ने 2 किताबें लिखी हैं. पहली का टाइटल ‘Ancient and Medieval India’ और दूसरी का’Modern India’ है (Poonam Dalal Dahiya Books). मॉडर्न इंडिया किताब का विमोचन हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर (Hariyana CM Manoharlal Khattar) ने किया था.

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