अभी-अभी: पत्नी को छोड़ना सिर्फ मुसलमानों का नहीं, बल्कि हर समुदाय के लिए जुर्म होना चाहिए

PATNA: लोकसभा में रविंशंकर प्रसाद ने तीन तलाक बिल पेश किया। विपक्ष ने तीन तलाक बिल का जमकर विरोध किया। कांग्रेस की तरफ से सदन में शशि थरूर ने कहा कि- मैं तीन तलाक का समर्थन नहीं करता हूं। मैं इस बिल के विरोध में हूं। सरकार की ओर से जो बिल लाया जा रहा है, वह संविधान के खिलाफ है। इसमें सिविल और क्रिमिनल काननू को मिला दिया गया है।

सदन में तीन तलाक बिल पेश किए जाने के बाद शशि थरूर ने कहा कि- तलाक देकर पत्नी को छोड़ देना अगर सरकार की नजर में गुनाह है तो यह हर समुदाय के लिए लागू होना चाहिए। यह कानून सिर्फ मुसलमानों तक ही सीमित क्यों है। सरकार द्वारा लाया गया यह बिल सिर्फ मुस्लिम महिलाओं को ही फायदा नहीं पहुंचा रही है, इससे सिर्फ मुस्लिम पुरुषों को सजा दी जा रही है।

कांग्रेस की ओर से मांग की गई है कि इस बिल को स्टैंडिंग कमेटी के पास भेजा जाए और इस पर सही तरीके से चर्चा हो। इस बिल के लिए सभी की राय ली जाए। वहीं, दूसरी तरफ तीन तलाक बिल का विरोध करते हुए हैदराबाद से सांसद और AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह संविधान विरोधी व आर्टिकल 14 और 15 का उल्लंघन है। मोदी सरकार को मुस्लिम महिलाओं से हमदर्दी है तो केरल की हिंदू महिलाओं से मोहब्बत क्यों नहीं?

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *