बिहार के विनीत ने असंभव को किया संभव, प्लास्टिक से बनाया पेट्रोल, PM मोदी ने भेजा बुलावा

एसके सिन्हा कॉलेज औरंगाबाद का 12वीं के छात्र विनीत कुमार के काम को पीएमओ की ओर से भी सराहा गया

प्लास्टिक से प्रदूषण फैलता है। इसकी रोक के लिए तरह-तरह के उपाय किये जा रहे हैं, लेकिन उस प्लास्टिक का उपयोग पेट्रोल, डीजल के अलावा टायल्स बनाने में किया जा सकता है। यह करके दिखाया है बिहार के बाल बैज्ञानिक विनीत कुमार ने। 2048 में इस प्रोजेक्ट के कारण नेशनल चिल्ड्रेन साइंस कांग्रेस में बाल वैज्ञानिक चुने गए विनीत का पीएमओ दिल्‍ली से भीबुलावा आ चुका है।

विनीत ने कृषि मंत्रालय के किसान भवन में डेमोस्ट्रेशन दिया था। उसके प्रोजेक्ट को जानने और समझने के बाद उसे अक्टूबर में लद्दाख भेजा गया। एसके सिन्हा कॉलेज औरंगाबाद का 12वां का छात्र विनीत ने बताया कि लद्ख में मशरूम की फैक्ट्री है। वहां रोज काफी प्लास्टिक जमा होता है, क्योंकि में ही मशरूम उपजावा जाता है। वहाँ उसने प्लास्टिक से लिक्विड तैयार किया।

इस लिक्विड को गेल में भेजा गया। गेल ने इसे एप्रुंव किया और कहा कि इस लिक्विड में आइसो ऑप्टेन फॉम इथेन गैस है, जिससे पेट्रोल, डीजल, एलपीजी बनावा जा सकता है। विनीत को राज्य साइंस कांग्रेस में विशेष रूप. ‘से बुलाया गया था। उसने प्रोजेक्ट का प्रजेंटेशन दिया ।समाज के लिए यह बेहतर काम है । उसे बाल वैज्ञानिक चुना गया था। -अरुण कुमार, अध्यक्ष बिहर काउंसिल ऑन साइस एड टेक्नोलॉजी

विनीत ने बताया कि उसने जिस तकनीक का इजाद किया है उसमें प्लास्टिक को उच्च तापमान पर गलाया जात है। जहां गलाते हैं कहां आकसीजन की मात्रा कम की जाती है और साथ में नाइट्रोजन का दबाव दिया जाताहै। एक कितो प्लास्टिक से आठ सौ ग्राम, इसके बाद गैस फार्म को लिठिवड में बदला जाता है, जिससे पेटोल, डीजल, एलपीजी तैयार होता है। अंत में जो सॉलिड बव्ता है उससे टयल्स बनाया जा सकता है।

-Rinku Jha

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